Wednesday, Apr 24 2024 | Time 15:27 Hrs(IST)
image
राज्य » राजस्थान


रेत के समन्दर में बही कबीर की अमृत वाणी

जैसलमेर, 27 फरवरी (वार्ता) राजस्थान के सीमांत जैसलमेर में आयोजित प्रसिद्ध मरु महोत्सव में पूरे चांद की चांदनी में
खुहड़ी के रेतीले धोरों में नामी कलाकारों के समूहों ने कबीर अमृत वाणी सहित अपनी कई मशहूर प्रस्तुतियों से समा बांधकर लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
शुक्रवार देर रात तक खुहड़ी के रेतीले धोरों पर सजा सांस्कृतिक उत्सव खूब जमा। पूनम के पूर्ण यौवन दर्शाते चांद की साक्षी में रेत के धोरों में एक से बढ़कर एक नामी कलाकारों के समूहों ने अपनी प्रस्तुतियों से समा बांधी। इस दौरान लोक वाद्यों की सुमधुर संगत पाकर कबीर की वाणी के महाप्रपात अनवरत हौले-हौले झरते रहे और रसिक आनंद के सागर में गोते लगाकर मस्ती और ताजगी का अनुभव कर सुकून पाते रहे।
इंडी म्यूजिक - बैण्ड कबीर कैफे के संस्थापक एवं जाने-माने गायक नीरव आर्य एवं साथी कलाकारों ने कबीर की वाणी को लोक वाद्यों की संगत के साथ लय-ताल और तरन्नुम में पेश कर माहौल को खुशनुमा बनाते हुए ऊंचाइयां प्रदान की। कबीर की जीवन और जगत के परम सत्य को पूरी बेबाकी से उद्घाटित करती वाणी के अद्भुत गायन ने आध्यात्मिक और नैतिक समन्दर में गोते लगाने को विवश कर दिया।
इस दौरान ख़ासकर मन भया मन मन भया मस्त, चौरासी की नींद में म्हारा सतगुरु आके जगा गया..., मत कर माया को अहंकार, चदरिया झीनी रे झीनी, मन लागो मेरो यार फकीरी में आदि से खूब वाहवाही लूटी गई। शिविर विकास संस्था की ओर से अतरंगी बैण्ड के साथ प्रस्तुत राजस्थान जोश कार्यक्रम के अन्तर्गत छुगे खान एवं कलाकारों की टीम ने सूफी फोक फ्यूजन पेश कर खूब धूम मचाई। खुहड़ी एवं जैसलमेर के परम्परागत मांगणियार लोक कलाकारों गफूर खान, थानू खान सहित करीब पांच दर्जन लोक कलाकारों ने खुहड़ी बैण्ड के सहयोग से माण्ड गायन ‘केसरिया बालम आवो नी पधारो म्हारो देस’ पेश कर लोगों को मंत्र मुग्ध कर दिया।
इसके अलावा चेलूराम एण्ड पार्टी का भवई नृत्य और दिलीप खान एवं पार्टी द्वारा प्रस्तुत कालबेलिया नृत्य ने रसिकों को आनंदित कर दिया। कुटले खान एवं पार्टी की लोक सांस्कृतिक प्रस्तुतियों, सलीम एण्ड पार्टी का चरी नृत्य ने मन मोह लिया। बाहर से आने वाले मेहमानों की ढोल-नगाड़ों के नादों और लोक वाद्यों की सुमधुर स्वर लहरियों से अगवानी और स्वागत तथा खुहड़ी के रेतीले धोरों के बीच बने आयोजन स्थल पर सजे-धजे ऊंटों और ऊंट गाड़ों से लाने का प्रबन्ध देखकर खुहड़ीवासियों की मेहमानवाजी ने अभिभूत कर दिया।
जोरा
वार्ता
image