राज्य » उत्तर प्रदेशPosted at: Oct 19 2018 6:27PM रावण का दहन निश्चित : शिवपाल
इटावा, 19 अक्टूबर (वार्ता) बड़े भाई मुलायम सिंह यादव को राम के समान सम्मान देने की बात करने वाले समाजवादी सेक्युलर मोर्चा के संयोजक शिवपाल सिंह यादव की टीस समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव का नाम जुबान में आते ही चेहरे पर झलक जाती है।
विजयदशमी के मौके पर शुक्रवार को यहां आयोजित एक कार्यक्रम में शिवपाल ने अखिलेश का नाम लिये बगैर कहा “ आज दशहरा है जब भगवान रामचंद्र जी विजय पाकर अयोध्या आये थे तब से विजय दशमी पर्व मनाया जाता है। रावण का दहन होना है और होगा ये अब सुनिश्चित है। ” इस वाक्ये को सुनाते वक्त शिवपाल के चेहरे प्रफुल्ल्ति भाव यह बताने के लिए काफी थे कि उनको इशारा किस रावण की तरफ है। इसके साथ ही शिवपाल के साथ मौजूद लोग भी मुस्कारने लगते है।
दरअसल, शिवपाल सिंह यादव दशहरा के मौके पर इटावा के पुरबिया टोला स्थित गुरूद्वारा पहुंचे जहॉ उन्होने वहॉ पर करीब एक घंटे के आसपास गुरूद्वारा के मंहत गणेशदास के सान्धिय मे रह कर पूजा अर्चना की । अपने करीबियो और बेहद चुनिंदा लोगो के बीच शिवपाल सिंह यादव के मंहत से बंद कमरे मे भी काफी देर तक पूजा की ।
उन्होंने कहा कि विजय दशमी पर्व बुराई पर अच्छाई की जीत के तौर पर मनाया जाता है। उन्होंने दबी जवान से विरोधियो पर निशाना साधते हुए कहा कि रावण का दहन होना है और होगा ये अब सुनिश्चित है । कई राजनीतिक दलों और समान विचारधारा के दलों से उनकी बात हो गई है और वो आगामी चुनाव में मोर्चे के साथ आने को तैयार है। उन्होंने कहा कि जितने भी असंतुष्ट लोग है और जिनको सम्मान नही मिला वो सब लोग समाजवादी सेक्युलर मोर्चा के साथ आ गए है और लगातार जुड़ते जा रहे है।
उन्होंने कहा कि उनका निमंत्रण है कि लोग और दल आये और उनके साथ जुड़कर प्रदेश की जनविरोधी सरकार के खिलाफ एक जुट हो कर लड़े। प्रदेश की योगी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि जब से योगी सरकार बनी है तब से एक भी वादा पूरा नही किया सरकार पूरी तरह फेल है, नोट बंदी और जीएसटी से लोग परेशान है । देश से वर्तमान सरकार को जनता ने उखाड़ फेंकने का मन बना लिया है । 2019 के लोकसभा चुनाव को लेकर कहा कि 2019 में बिना सेक्युलर मोर्चा के दिल्ली में सरकार नही बन सकती और 2022 में उत्तर प्रदेश में सेक्युलर मोर्चा की सरकार बनना तय है ।
इससे पहले भी शिवपाल दर्द कई दफा खुलकर अपने भतीजे अखिलेश यादव का नाम लिये बिना सामने आया जिसमे उन्होने कहा कि परिवार के विवाद के ही कारण महाभारत का युद्व हुआ था। पाडंवो ने कौरवो से सिर्फ पांच ही गांव मांगे थे लेकिन अहंकारी कौरवो ने उन्हे नही दिये थे अंत मे कौरवो को परास्त ही होना पडा था। रावण बहुत ज्ञानी था लेकिन उसका अहंकार ही पतन का कारण बना था इसी तरह कंस ने भी अपने पिता , बहन बहनोई आदि को जेल मे डाल दिया था जिसके कारण ही भगवान श्रीकृष्ण ने उसका पतन करके धर्म की स्थापना की थी ।
सं प्रदीप
वार्ता