राज्यPosted at: Sep 20 2018 6:47PM राष्ट्रीय कश्मीर समस्या
मथुरा, 20 सितम्बर (वार्ता) कश्मीर के खराब हालात का ठीकरा आजादी के बाद से अब तक केन्द्र में सत्तारूढ हुयी सरकारों के सर फोडते हुये नेशनल पैंथर्स पार्टी के चीफ पैट्रन प्रो0 भीम सिंह ने सीमावर्ती राज्य की समस्या के समाधान के लिये कमीशन का गठन करने और कश्मीरियों के साथ प्यार मोहब्बत के साथ पेश आने का सुझाव दिया है।
प्रो भीम सिंह ने बुधवार देर शाम पत्रकारों से कहा कि आजादी के बाद जम्मू कश्मीर के लोगों को भारत का संविधान नही मिला। उलटे उन्हें मानवाधिकार से वंचित किया जा रहा है। महाराज हरि सिंह ने जब जम्मू कश्मीर का भारत में विलय किया तो इस उम्मीद के साथ किया था कि वहां पर भारत का कानून होगा। उनका कहना था कि उच्चतम न्यायालय से ही वहां के लोगों को न्याय मिला है।
प्रो सिंह ने कहा कि राज्यपालों में परिवर्तन करने अथवा सीआरपीएफ की कम्पनियों को बदल बदलकर लगाने से कश्मीर के हालात नही सुधरेंगे। कश्मीर की समस्या को जानने के लिए एक अलग से कमीशन बनाया जाना चाहिए। उन पर बल प्रयोग करने की जगह उन्हें प्यार मोहब्बत दिया जाना चाहिए।
पैंथर्स पार्टी के नेता ने दावा किया कि कश्मीरियों को जिस दिन मानवाधिकार दे देंगे, वहां के हालात सुधरना शुरू हो जाएंगे। अभी तो हालात ऐसे हैं कि चुनाव कश्मीर में होते हैं और फैसला थाने में होता है। 1970 में कश्मीर में हुये चुनाव के दौरान तत्कालीन प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई ने आदेश दिया था कि कोई पुलिसकर्मी पोलिंग बूथ नही जाएगा। उस समय वहां निष्पक्ष चुनाव हुए थे।
उनका कहना था कि विदेशी शक्तियां भारत को तोड़ना चाहती है इसलिए वे कमजोर तबके को जाति, मजहब के नाम पर बरगलाकर उन्हें धनराशि देकर अपनी मन मर्जी का काम करा रहे हैं। हकीकत यह है कि कश्मीर के लोग सेक्युलर हैं और हिंसा में भरोसा नही करते।