राज्य » उत्तर प्रदेशPosted at: Jan 28 2020 10:47PM राष्ट्रीय-शेखावत मोदी दो अंतिम वाराणसीश्री शेखावत ने गंगा यात्रा में जुटे लोगों का स्वागत करते हुए उनकी हौसला आफजायी की और कहा कि यह भागीरथ प्रायस देश की 40 फीसदी आबादी को जीवन का आधार देने वाली गंगा को बचाने में महत्वपूर्ण साबित होगी। इससे जन चेतना आएगी और सरकार के बजाय लोग खुद आगे बढ़कर गंगा को बचाने के अपने कर्तव्यों का निर्वहन करेंगे। केंद्रीय मंत्री ने कानपुर में 130 साल पुराने शीशा मऊ गंगे नाले के बंद किये जाने का जिक्र करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री ने खुद वहां आकर देखा कि किस तरह गंगा स्वच्छ हुई है। उन्होंने कहा कि श्री मोदी ने गंगा की निर्मलता एवं अविरलता के लिए विशेष रुचि लेते हुए अलग मंत्रालय बनाने समेत कई कार्य किये और उसका परिणाम अब देश के सामने है। उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री द्वारा नदियों को आपस में जोड़कर देश के एक तिहाई सूखे इलाके में पानी पहुंचाने के काम तेज गति से चल रहा है। श्री मोदी आने वाले समय में यह सपना निश्चित तौर पर साकार करने में सफल होंगे। सभा में उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, केंद्रीय मंत्री डॉक्टर महेंद्र नाथ पांडे, उत्तर प्रदेश के मंत्री सूर्य प्रताप शाही, वाराणसी के प्रभारी मंत्री आशुतोष टंडन, डॉ नीलकंठ तिवारी, रविंद्र जायसवाल, महेंद्र सिंह समेत अनेक मंत्री, विधायक, नमामि गंगे से जुड़े अधिकारी एवं गणमान्य लोग मौजूद थे। गौरतलब है कि यह यात्रा 31 जनवरी को कानपुर में पहुंचेगी। गंगा यात्रा 27 जिले, 21 नगर निकाय एवं 38 ग्राम पंचायत होते हुए 1358 किलोमीटर की यात्रा तय करेगी। दूसरे दिन 29 जनवरी को प्रातः अस्सी घाट पर गंगा अर्चन का कार्यक्रम रखा गया है। इसके बाद खिड़कियां घाट से रामनगर तक गंगा नदी में जल यात्रा कर ‘गंगा यात्रा’ रामनगर पहुंचेगी। रामनगर में प्रभु नारायण राजकीय इंटर कॉलेज में पूर्वाहन साढे 10 बजे जनसभा होगी। इसके बाद गंगा यात्रा 29 जनवरी को राष्ट्रीय राजमार्ग होते हुए चुनार की ओर प्रस्थान करेगी। चुनार रोड पर वाराणसी के सीमावर्ती गांव अखरी चौराहा एवं बछाव में भी गंगा यात्रा का मानव श्रृंखला बनाकर स्वागत सम्मान किया जाएगा।बीरेंद्र त्यागीवार्ता