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रतलाम में ई पास के जरिए पहुंचे लोगों में भी मिला संक्रमण

रतलाम, 28 मई (वार्ता) मध्यप्रदेश के रतलाम जिले में काफी प्रयासों के बाद भी यह कोरोना मुक्त नहीं हो पाया है, हालाकि अन्य जिलों की तुलना में यहां एक्टिव केस काफी कम बचे हुए है।
'लॉकडाउन फोर' शुरु होने तक रतलाम कोरोना मुक्त होने की स्थिति में आ चुका था, लेकिन 'ई पास' के जरिये रतलाम आए कोरोना संक्रमण के चलते ऐसा नहीं हो सका।
लॉकडाउन शुरु होने के बाद सरकार ने एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाने के लिए 'ई पास' की व्यवस्था की थी। किसी व्यक्ति को अत्यावश्यक कारण होने पर ई पास दिए जाने की सुविधा दी गई थी। लॉक डाउन के शुरुआती दौर में तो ई पास पर काफी सख्ती रखी गई, लेकिन लॉकडाउन फोर की ढील में ई पास भी आसानी से जारी किए जाने लगे।
अधिकारिक जानकारी के अनुसार लॉकडाउन के दौरान ई पास की सुविधा शुरु किए जाने से लेकर 27 मई तक जिले में कुल लगभग 20720 लोगों ने रतलाम से बाहर जाने के लिए आवेदन किए थे। जिला प्रशासन द्वारा इनमें से 8633 व्यक्तियों को ई पास जारी किए गए, जबकि 12019 लोगों के आवेदन रिजेक्ट कर दिए गए। इसी अवधि के दौरान कुल लगभग 8760 लोग ई पास के जरिये रतलाम आए।
ई पास व्यवस्था से जुडे सूत्रों के मुताबिक लॉकडाउन फोर में ग्र्रीन जोन से ग्र्रीन जोन में जाने के लिए पास की अनिवार्यता समाप्त कर दी गई है। अब केवल रेड जोन वाले इलाकों के लिए ही ई पास की जरुरत है। रतलाम में बाहर से आए लोगों में बड़ी संख्या उन्ही स्थानों से आए हैं, जहां कोरोना का खतरा सबसे अधिक है। रतलाम में इन्दौर, भोपाल, पुणे, मुंबई और दिल्ली जैसे स्थानों से ही अधिक लोग आए हैैं।
दूसरी ओर रतलाम के कोरोना ग्र्राफ पर नजर डाली जाए, तो लॉकडाउन फोर शुरु होने के पहले दिन यानी 17 मई को कोरोना संक्रमण के कुल 28 मामले सामने आ चुके थे, लेकिन इनमें से 23 कोरोना मरीज कोरोना से मुक्त होकर अपने घरों को जा चुके थे। लॉकडाउन फोन शरु होने के दिन एक्टिव कोरोना केस मात्र पांच थे। पांचों मरीजों की स्थिति अच्छी थी और उनके भी जल्दी ही कोरोना मुक्त होने की उम्मीद थी। अगले दिन यानी 18 मई को इन पांच एक्टिव मरीजों में तीन मरीज और स्वस्थ होकर अपने घरों को लौट गए और अब केवल दो एक्टिव कोरोना मरीज बचे थे।
इन तीनों के स्वास्थ्य में भी तेजी से सुधार हो रहा था। 17 मई से 20 मई तक कोरोना का कोई नया मामला सामने नहीं आया था और ऐसा लगने लगा था कि अब जल्दी ही रतलाम कोरोना मुक्त घोषित हो जाएगा। लेकिन 21 मई को कोरोना के दो नए मामले सामने आ गए। ये दोनों ही कोरोना संक्रमित ई पास से रतलाम आए थे। हालाकि इसी दिन पहले से भर्ती दो कोरोना मरीजों का कोरोना संक्रमण समाप्त हो गया था और इनमें से एक मरीज को डिस्चार्ज भी कर दिया गया था। लेकिन दो नए मरीजों के आ जाने से एक्टिव कोरोना मरीजों की संख्या फिर से दो हो गई थी। इसी के अगले दिन एक और कोरोना संक्रमित मरीज सामने आ गया और इस तरह एक्टिव केस बढकर तीन हो गए। इन तीन एक्टिव मरीजों में से एक को 27 मई को स्वस्थ होने पर छुïट्टी दे दी गई।
अब मेडीकल कालेज में फिर से केवल दो कोरोना एक्टिव मरीज बचे है। इनका स्वास्थ्य स्थिर बताया गया है। लेकिन इसी के साथ एक दिन पूर्व मृत हुई महिला की कोरोना रिपोर्ट पाजिटिव पाई गई। महिला भी ई पास के जरिये मुंबई से रतलाम आई थी।
सं प्रशांत
वार्ता
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