जींद, 08 दिसंबर (वार्ता) देश में प्याज के दाम निरंतर बढ़ने के कारण प्याज के भाव ने अपना शतक पूरा कर लिया है। सौ रुपए प्रति किलो प्याज का भाव होतेे ही अब रसोई से प्याज गायब हो गया है।
प्याज के भाव कम होने की बजाए निरंतर बढऩे से रसोई का बजट बिगड़ गया है। अब रसोई के साथ-साथ खाने के सलाद की प्लेट से भी प्याज गायब हो गया है। प्याज को छोड़ कर मटर, आलू के भाव में जरूर कमी आई है लेकिन प्याज के भाव कम नहीं हो रहे है। प्याज लोगों ने खरीदना कम कर दिया है।
प्याज के रेट 100 रुपए प्रति किलो हो गए है। गाजर 50 से 30, गोभी 30 से 20, टमाटर 50 से 30 रुपए प्रति किलो बिक रहा है। प्याज को छोड़ कर दूसरी सब्जियों के रेट कम हुए है। ग्रहणियों का कहना है कि प्याज के भाव बढऩे से रसोई का बजट बिगड़ा है। प्याज महंगा होने के चलते अब रसोई से बाहर हो गया है। प्याज के भाव कम होने की बजाए निरंतर बढ़ रहे है।
सब्जी विक्रेता सतीश, मनोज, रिंकू ने कहा कि प्याज को छोड़ कर अन्य सब्जियों भाव कम हुए है। इस बार प्याज का उत्पादन कम होने से प्याज के दाम बढऩा माना जा रहा है। बीते सप्ताह की अपेक्षा सभी सब्जियों के दाम कम हुए है लेकिन प्याज के दाम बढ़े है। प्याज के दाम बढऩे से इसको कम लोग खरीद रहे है। प्याज को छोड़ कर दूसरी सब्जियों के भाव कम होने से जरूरी अब सब्जी की ब्रिकी बढ़ी है जो पहले कम थी।
सं शर्मा
वार्ता