नयी दिल्ली, 19 सितंबर (वार्ता) केंद्र सरकार ने कोरोना के कारण लॉकडाउन के दौरान देशभर के साई सेंटरों और स्टेडियमों के रखरखाव पर 28.75 करोड़ रुपये खर्च किए।
केंद्रीय खेल मंत्री किरेन रिजिजू ने शनिवार को राज्यसभा में लिखित जवाब में यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि साई प्रशिक्षण केंद्रों को एथलीटों की सुरक्षा के दृष्टिकोण से लाल, नीला और पीला जैसे तीन क्षेत्रों में विभाजित किया गया है। इसके अलावा, एक स्वच्छता अधिकारी को नर्स, फिजियोथेरेपिस्ट, साइकोलॉजिस्ट, आहार विशेषज्ञ जैसे सहयोगी स्टाफ के साथ कोविड-19 देखभाल से संबंधित मुद्दों के लिए राष्ट्रीय कैंपर, कोच और सहायक स्टाफ के साथ बातचीत करने के लिए एक स्वच्छता कार्य बल के रूप में तैनात किया गया है।
गौरतलब है कि अगले वर्ष होने वाले टोक्यो ओलम्पिक के लिए क्वालीफाई कर चुके और संभावित खिलाड़ियों के लिए राष्ट्रीय कोचिंग शिविर शुरू हो चुके हैं और कोरोना के मद्देनजर मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) को सुचारू रूप से लागू करने के लिए कोविड टास्क फ़ोर्स समिति का गठन किया गया है।
रिजिजू ने बताया कि कोविड-19 महामारी के मद्देनजर ओलम्पिक तैयारियों के सुचारू संचालन के लिए कई कदम उठाये गए हैं। “खेलो इंडिया फिर से” नाम के तहत ट्रेनिंग केंद्रों में खेल गतिविधियां शुरू करने के लिए एसओपी निर्धारित किये गए हैं। एसओपी के दायरे में सभी खिलाड़ियों, सभी तकनीकी और गैर तकनीकी स्टाफ, सभी प्रशासनिक स्टाफ, सभी हॉस्टल और केंद्र प्रबंधन स्टाफ तथा केंद्र में आने वाले सभी आगुन्तकों को शामिल किया गया है।
रिजिजू ने बताया कि ट्रेनिंग केंद्रों पर दिशा निर्देशों का सख्ती से पालन कराने के लिए कोविड टास्क फ़ोर्स समिति का गठन किया गया है। यह समिति सरकार के स्वास्थ्य प्रोटोकॉल की निरंतर निगरानी और प्रबंधन के लिए जिम्मेदार होगी।
एसओपी ने खेलों को गैर संपर्क वाले खेलों, कम और मध्यम संपर्क वाले खेलों, पूरी तरह संपर्क वाले खेलों और वाटर स्पोर्ट्स में बांटा है। खिलाड़ियों को जरूरी उपकरण उपलब्ध कराये गए हैं और खिलाड़ियों से लगातार बातचीत कर उनका मनोबल ऊंचा रखा गया है। खिलाड़ियों के लिए सेमीनार और वर्कशॉप का आयोजन वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से किया गया है।
उन्होंने बताया कि अगले वर्ष होने वाले टोक्यो ओलम्पिक के लिए क्वालीफाई कर चुके और संभावित खिलाड़ियों के लिए राष्ट्रीय कोचिंग शिविर शुरू हो चुके हैं जहां एसओपी का सख्ती के साथ पालन किया जाएगा।
शुभम राज
वार्ता