राज्य » पंजाब / हरियाणा / हिमाचलPosted at: Jun 3 2020 5:15PM लॉकडाऊन में मजदूरों की दुर्दशा, बिजली के निजीकरण के खिलाफ प्रदर्शनमुक्तसर 03 जून (वार्ता) पंजाब के 16 जनवादी संगठनों के कार्यकर्ताओं ने लॉकडाऊन के दौरान मजदूरों व गरीबों की दुर्दशा व बिजली संशोधन विधेयक 2020 के जरिये बिजली क्षेत्र के निजीकरण के खिलाफ व अन्य मुद्दों को लेकर प्रदर्शन किया। पॉवरकॉम सब डिवीजन, दोदा में हुए इस प्रदर्शन में मजदूरों, किसानों, छात्रों ने भी शिरकत की। प्रदर्शन को संबोधित करते हुए गुरभगत सिंह भलाईआना और हरबंस सिंह कोटली समेत अन्य वक्ताओं ने आरोप लगाया कि नरेंद्र मोदी सरकार ने लोगों को बीमारी व भुखमरी के साथ मरने के लिए फेंक दिया है। उन्होंने आरोप लगाया कि केन्द्र व पंजाब सरकार ने कोरोना वायरस बीमारी के दौरान कोई सही प्रबंध करने की जगह जबरी लॉकडाऊन लगाकर लोगों को गहरे संकट में धकेल दिया है। उन्होंने मांग की कि अपने घरों में पहुंचने के इच्छुक सभी प्रवासी मजदूरों को उनके गृह प्रदेश मुफ्त पहुंचाया जाए, लॉकडाऊन के दौरान पैदल जाने की मजबूरी में भूख-प्यास, दुर्घटनाओं समेत अन्य कारणों से मारे गये लगभग 400 मजदूरों के परिवारों को मुआवजा दिया जाए, बिजली क्षेत्र में राज्यों से अधिकार छीनकर क्षेत्र को केन्द्र के अधीन लाने व इसके पूर्ण निजीकरण की नीति रद्द की जाए, खेती के लिए निर्बाध 16 घंटे बिजली दी जाए। सं महेश विजयवार्ता