बिजनेसPosted at: Jun 19 2018 8:26PM लोगों का जीवन बेहतर बनाने के लिए मानकों की पहचान पहला कदम : प्रभुनयी दिल्ली 19 जून (वार्ता) वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री सुरेश प्रभु ने आज कहा कि लोगों को बेहतर जीवन मुहैया कराने की दिशा में मानकों की पहचान पहला कदम है। श्री प्रभु ने यहाँ वाणिज्य विभाग और भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) द्वारा मानकों के लिए बनी रणनीति को लागू करने के विषय पर संयुक्त रूप से आयोजित पाँचवें मानक सम्मेलन के उद्घाटन के मौके पर यह बात कही। सम्मेलन बुधवार तक चलेगा। उन्होंने कहा कि लोगों को बेहतर जीवन मुहैया कराने के भारत के प्रयास की शुरुआत मानकों की पहचान से होती है। उत्पादों के मानकीकरण के बिना उनका विपणन कठिन हो जाता है। मानकीकरण से निर्यात के साथ घरेलू अर्थव्यवस्था भी बढ़ती है। इस मौके पर केंद्रीय मंत्री ने मानकीकरण के लिए भारतीय राष्ट्रीय रणनीति नामक रिपोर्ट और टीबीटी/एसपीएस अधिसूचनाओं पर सीआईआई-एएसएल द्वारा तैयार अध्ययन पत्र का विमोचन भी किया। रिपोर्ट में भारत को ब्रांड के रूप में पुन: स्थापित करने के उद्देश्य से वस्तुओं तथा सेवाओं के उत्पादन एवं वितरण में उच्चतम गुणवत्ता मानक हासिल करने की राह खोजी गयी है। सम्मेलन में वाणिज्य सचिव रीता तिओतिया और विभाग के संयुक्त सचिव सुधांशु पांडे भी मौजूद थे। अजीत आशावार्ता