राज्य » बिहार / झारखण्डPosted at: Jul 13 2020 10:23PM लालू समेत सभी राजनीतिक-सामाजिक कार्यकर्ताओं को रिहा करे सरकार : मालेपटना 13 जुलाई (वार्ता) भारत की कम्युनिस्ट पार्टी मार्क्सवादी-लेनिनवादी (भाकपा-माले) ने जेलों में कोरोना संक्रमण के प्रसार को खतरनाक बताया और सरकार से कारागार में बंद राष्ट्रीय जनता दल (राजद) अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव समेत सभी राजनीतिक एवं सामाजिक कार्यकर्ताओं को रिहा करने की मांग की है। बिहार भाकपा-माले सचिव कुणाल ने साेमवार को यहां कहा,“हमारी पार्टी पहले ही दिन से जेलों में कोरोना संक्रमण के फैलाव न होने देने को लेकर चिंतित रही है। हमने सरकार से बार-बार कहा है कि राजनीतिक-सामाजिक कार्यकर्ताओं एवं छोटे-मोटे मुकदमों में जेलों में बंद आम लोगों को सरकार जमानत अथवा पेरोल पर रिहा कर दे ताकि जेलों में संक्रमण न फैले। यदि जेल में संक्रमण फैल जाएगा तो स्थिति और भी भयावह हो जाएगी लेकिन सरकार इन बातों को लगातार अनसुना करती रही है। उन्होंने बीमार एवं 70 वर्ष से अधिक की उम्र के राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव सहित सभी राजनीतिक-सामाजिक बंदियों की अविलंब रिहाई की मांग दुहराई। श्री कुणाल ने कहा कि स्थिति यह है कि मधुबनी के जेल में वहां के अधीक्षक सहित 14 कर्मी संक्रमित हो चुके हैं और भी जेलों से संक्रमण की खबरें सामने आ रही हैं। ये स्थिति को और गंभीर बनाएगी इसलिए सरकार को तत्काल हस्तक्षेप करना चाहिए। भाकपा-माले राज्य सचिव ने कहा कि देश के सम्मानित 80 वर्षीय वृद्ध एवं बीमार कवि वरवर राव को जेल से रिहा करने की चारों तरफ से मांग उठ रही है लेकिन ऐसा लगता है कि तानाशाह सरकारों ने वरवर राव को जेल में ही मार देने का फैसला कर लिया है। उन्हें जेल से निकालकर अस्पताल में भर्ती नहीं किया जा रहा है जबकि उनकी हालत लगातार गंभीर होती जा रही है। ऐसी खराब जीवन परिस्थिति में महज वैचारिक कारणों से उन्हें जेल में सड़ाया जा रहा है। श्री कुणाल ने कहा कि जब देश एक भयानक महामारी के दौर से गुजर रहा है, वैसे दौर में देश की तानाशाह सरकार द्वारा एक वृद्ध एवं बीमार व्यक्ति को जेल के सींखचों के पीछे मरने के लिए मजबूर करने के अमानवीय कृत्य को पूरा देश देख और समझ रहा है। देश ऐसे तानाशाहों को कभी माफ नहीं करेग।सूरज शिवावार्ता