नयी दिल्ली 26 जून (वार्ता) भारत और अमेरिका ने व्यापारिक अड़चनों को दरकिनार करते हुए आपसी रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने की दिशा में काम करने को लेकर सहमति जतायी है।
भारत दौरे पर आए अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने बुधवार को विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर से मुलाकात के बाद कहा, “हम (भारत और अमेरिका) एक दूसरे को केवल द्विपक्षीय सहयोगियों की तरह ही नहीं बल्कि इससे कहीं ज्यादा महत्व देते हैं, हम विश्व स्तर पर एक-दूसरे की मदद कर सकते हैं।”
डॉ जयशंकर ने श्री पोम्पियो के साथ मुलाकात के दौरान ईरान समेत कई अहम मुद्दों पर चर्चा की।
व्यापारिक अड़चनों और भारत के रूस से एस-400 मिसाइल प्रणाली खरीदने के मुद्दे पर श्री पोम्पियो ने कहा, “मैं इन दोनों मुद्दों को वास्तविक अवसर के रूप में देखता हूं। मैं जानता हूं कि हम मिलकर काम कर सकते हैं और मजबूत आपसी संबंधों की आधारशिला तैयार कर सकते हैं।”
डॉ. जयशंकर ने इस महत्वपूर्ण द्विपक्षीय मुलाकात के बाद पत्रकारों काे संबोधित करते कहा, “मैं यह स्पष्ट करना चाहता हूं कि भारत-प्रशांत साझेदारी किसी के खिलाफ नहीं बल्कि यह शांति, सुरक्षा, स्थिरता और समृद्धि के लिए है।”
विदेश मंत्री ने कहा कि भारत ऐसी जगह तलाश रहा है जहां वैश्विक भलाई के लिए स्वतंत्र सहयोगियों के साथ मिलकर काम किया जा सके।
भारत के साथ सहयोग और आपसी विश्वास को बढ़ाने के मुद्दे पर डॉ जयशंकर के साथ सहमति व्यक्त करते हुए श्री पोम्पियो ने कहा, “अमेरिका-भारत के बीच साझेदारी नयी ऊंचाइयों पर पहुंच रही हैं। हमारे बीच रक्षा क्षेत्र में सहयोग बढ़ रहा है और भारत-प्रशांत क्षेत्र में शांति एवं स्वतंत्रता बनाए रखने में हमारा समान दृष्टिकोण है।”
विदेश मंत्री डॉ. जयशंकर ने पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए कहा, “हम दोनों ने अमेरिका-ईरान के बीच मौजूदा तनाव पर विस्तृत चर्चा की। ईरान को लेकर हमारा एक निश्चित दृष्टिकोण है। विदेश मंत्री पोम्पियाे ने इस मुद्दे पर अपने विचार साझा किए और मैं मानता हूं कि बातचीत के अंत में हम दोनों कुछ मुद्दों पर सहमत हुए।”
उन्हाेंने कहा, “ अमेरिकी विदेश मंत्री ने मेरे साथ ईरान पर अमेरिका की चिंताओं को साझा किया। हम दोनों निश्चित रूप से उस संबंध में एक-दूसरे की चिंताओं के बारे में बेहतर ढंग से जानते थे।”