राज्य » उत्तर प्रदेशPosted at: Oct 14 2019 2:26PM विवादित स्थल पर दीपोत्सव के लिये अब अदालत जायेंगे साधु
अयोध्या 14 अक्तूबर(वार्ता) अयोध्या के विवादित रामजन्मभूमि स्थल पर आगामी 27 अक्तूबर को दीपोत्सव की अनुमति नहीं मिलने के विरोध में संत समाज अब उच्चतम न्यायालय का दरवाजा खटखटायेगा ।
विश्व हिन्दू परिषद ने दीपावली के दिन विवादित स्थल में दीपोत्सव की अनुमति मांगी थी जिसे जिला प्रशासन ने देने से मना कर दिया । अयोध्या के मंडलायुक्त और रामजन्मभूमि के रिसीवर मनोंज मिश्र ने आज सोमवार को कहा कि उच्चतम न्यायालय के आदेश के अनुसार परम्परागत कार्यक्रम के अलावा किसी अन्य आयोजन की अनुमति नहीं दी जा सकती ।
अनुमति के लिये संत समाज और साधुओं ने आज मंडलायुक्त से भी मुलाकात की थी और अनुमति नहीं देने पर अपना रोष भी जताया था । संतों के प्रतिनिधिमंडल में मणिराम छावनी के उत्तराधिकारी महंत कमलनयन दास,संत समिति के अध्यक्ष कन्हैया दास और विहिप के प्रवक्ता शरद शर्मा थे ।
शरद शर्मा ने कहा कि लंका विजय के बाद राम के अयोध्या लौटने पर ही पूरे भारत में दीवाली मनाई जाती रही है। राम के जन्मस्थल पर ही इसका आयोजन नहीं होना दुर्भाग्यपूर्ण है । इसीलिये संत समाज ने इसके लिये उच्चतम न्यायालय जाने का निर्णय लिया है ।
विहिप के दीपोत्सव की अनुमित मांगने को देखते हुये मुसलमानों ने भी नवाज पढ़ने की इजाजत मांगी थी ।
विनोद
वार्ता