जौनपुर, 22 सितंबर(वार्ता) उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री एवं उच्च शिक्षामंत्री प्रो दिनेश शर्मा ने कहा कि विश्वविद्यालय रोजगारपरक शिक्षा प्रदान करें ताकि विद्यार्थियों को नौकरी का संकट न हो।
श्री शर्मा वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय जौनपुर में शनिवार को पंडित दीनदयाल उपाध्याय शोधपीठ की ओर से समसामयिक परिदृश्य में एकात्म मानववाद विषयक राष्ट्रीय संगोष्ठी में बोल रहे थें। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय में रोजगारपरक शिक्षा प्रदान करने के लिए पूरे प्रदेश के विश्वविद्यालयों में पं दीनदयाल उपाध्याय शोध पीठ की स्थापना की जा रही है, क्योंकि पंडितजी का भी यही मकसद था। उन्होंने कहा कि प्रदेश में शिक्षकों की स्थाई रूप से नियुक्ति की गई ताकि पठन-पाठन गुणवत्तापूर्ण हो सके। उन्होंने कहा कि जब पढ़ाई होगी तभी नकल नहीं होगी इसलिए इस पर जोर दिया गया है।
उन्होंने पूर्वांचल विश्वविद्यालय के शिक्षा के क्षेत्र में नए कोर्स खोलने की प्रशंसा करते हुए कहा कि उसने कई सराहनीय कार्य किए है इसलिए मैं हर संभव मदद विश्वविद्यालय को देने की कोशिश करूंगा। उन्होंने कहा कि शोध कम हो कोई बात नहीं लेकिन वह उच्च स्तरीय हो। साथ ही शोध कार्य शोधगंगा पर अपलोड किये जाये। उन्होंने कहा कि पुराना भवन तो चल सकता है मगर शिक्षा की गुणवत्ता के साथ कोई समझौता नहीं हो सकता। उन्होंने कहा कि विदेशी भाषा के पाठ्यक्रम को पूर्वांचल विश्वविद्यालय लागू करे, सरकार हर संभव मदद करेगी।
अरुन्धती वशिष्ठ अनुसंधान पीठ के राष्ट्रीय संयोजक डा चन्द्र प्रकाश सिंह ने कहा हमारा राष्ट्र दैवीय है हमें अपनी प्राचीन परंपराओं को युवाओं के अनुकूल प्रयोग करना होगा। हमें अपने राष्ट्र की मूल प्रवृत्ति पर विचार करना होगा। उन्होंने मानव एकात्मवाद को विस्तारपूर्वक समझाते हुए कहा कि हमें देश की नीति बनाते समय शरीर, मन, बुद्धि, आत्मा चारों का ध्यान रखना चाहिए, तभी व्यक्ति और देश का विकास संभव है।
नगर विकास राज्यमंत्री गिरीशचंद्र यादव ने कहा कि दीनदयाल उपाध्याय शोधपीठ संस्थान के पाठ्यक्रम से आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों के युवाओं को काफी लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय के नए पाठ्यक्रम से पूर्वांचल परिक्षेत्र लाभान्वित होगा।
कुलपति प्रो डा. राजाराम यादव ने मुख्य अतिथि का स्वागत भाषण करते हुए कहा कि उपमुख्यमंत्री के स्नेह से यह विश्वविद्यालय हमेशा प्रगतिपथ पर अग्रसर है। विश्वविद्यालय में इस बार नव प्रवेशित विद्यार्थियों की संख्या बढ़ी हैं। 1500 विद्यार्थियों को शोध में प्रवेश हुआ। बेसिक साइंस के पाठ्यक्रम को शुरू किया गया । साथ ही 735 विद्यार्थियों का देश की विभिन्न कंपनियों में प्लेसमेंट कराया। प्रो. यादव ने मुख्य अतिथि, विशिष्ट अतिथि, सांसद और विधायकों को अंगवस्त्रम और स्मृति चिह्न भेंट किया।