भारतPosted at: Oct 16 2019 7:54PM वजीरपुर से 45 बाल श्रमिकों को मुक्त कराया गया
नयी दिल्ली 16 अक्टूबर (वार्ता) दिल्ली पुलिस और बचपन बचाओ आन्दोलन (बीबीए) के सहयोग से राष्ट्रीय राजधानी के वजीपुर इलाके से मंगलवार को 45 बाल श्रमिकों को मुक्त कराया गया ।
दिल्ली पुलिस के सब डिविजनल मजिस्ट्रेट मोहम्मद रेहान रजा के नेतृत्व में वजीरपुर इलाके से बाल श्रमिकों को मुक्त कराया गया। इस कार्रवाई में श्रम विभाग और ‘सहयोग’ स्वयंसेवी संस्था ने मदद की । बाल श्रमिकों में
42 लड़के और तीन लड़कियां हैं । बीबीए के अनुसार बाल श्रमिकों से 12 से 14 घंटे तक काम लिया जाता था ।
अधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने वजीरपुर के सस्ते खिलौना-उत्पादन इकाई, स्टील पॉलिशिंग और पैकेजिंग जैसी तीन इकाइयों पर छापेमारे । इस दौरान वहां नियोक्ता या मैनेजर उपस्थित नहीं थे ।
जिन 42 बाल श्रमिकों को मंगलवार को मुक्त कराया गया, उनमें से अधिकांश बिहार और उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों से आते हैं और वे गांव से संबंध रखते हैं। मुक्त कराई गई तीनों लड़कियां नाबालिग और प्रवासी मजदूरों की बेटियां हैं और ये खिलौना निर्माण इकाई में काम करती थीं।
वजीरपुर में कुछ बाल श्रमिक पिछले एक साल से काम कर रहे थे । बाल कल्याण समिति के आदेश पर मुक्त कराए गए बाल श्रमिकों को बीबीए के अल्पकालीन पुनर्वास केंद्र ‘मुक्ति आश्रम’ ले जाया गया। मुक्ति आश्रम में वे बच्चे तब तक रहेंगे, जब तक उन्हें एसडीएम द्वारा प्रमाण पत्र नहीं जारी कर दिया जाता।
अरुण सत्या
वार्ता