राज्य » बिहार / झारखण्डPosted at: Jul 24 2019 12:53PM वन अधिनियम में प्रस्तावित संशोधन के विरोध में झामुमो ने किया प्रदर्शनरांची 24 जुलाई (वार्ता) झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के कार्यकारी अध्यक्ष एवं नेता प्रतिपक्ष हेमन्त सोरेन के नेतृत्व में पार्टी के विधायकों ने भारतीय वन अधिनियम (1927) में प्रस्तावित संशोधन के विरोध में आज विधानसभा के बाहर प्रदर्शन किया। झामुमो विधायक श्री सोरेन के नेतृत्व में विधानसभा के बाहर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। उनके हाथों में तख्तियां थीं, जिनमें भारतीय वन अधिनियम (1927) में प्रस्तावित संशोधन के विरोध में नारे लिखे थे। इसके बाद श्री सोरेन ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि वन विधेयक में संशोधन का प्रस्ताव किया गया है लेकिन झारखंड सरकार निष्क्रिय बैठी हुई है। उन्होंने कहा कि झारखंड जंगल और नदियों का प्रदेश है। संशोधन विधेयक में वन अधिकारियों को गोली मारने का अधिकार दिया गया है और उनके खिलाफ कोई कार्रवाई भी नहीं होगी। झामुमो नेता ने कहा कि इससे पहले उनकी पार्टी ने अन्य आदिवासी संगठनों के साथ पूरे देश में वन अधिनियम में प्रस्तावित संशोधन का विरोध किया था और इसी प्रयास का नतीजा था कि इस वर्ष फरवरी में उच्चतम न्यायालय ने संशोधन विधेयक पर रोक लगा दी थी। इसके बावजूद सरकार एक बार फिर इस अधिनियम में संशोधन लाने का प्रयास कर रही है, जिसे उसकी पार्टी किसी कीमत पर स्वीकार नहीं करेगी। सूरजजारी (वार्ता)