जयपुर, 19 जनवरी (वार्ता) राजस्थान के राज्यपाल श्री कलराज मिश्र ने कहा है कि शिक्षा का उद्देश्य सिर्फ ज्ञान प्राप्त करना ही नहीं है वरन् यह हमें समाज के अनुसार रहना भी सिखाता है।
राज्यपाल मिश्र रविवार को यहां मालवीय राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान के 14वें दीक्षांत समारोह को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि शिक्षा का उद्देश्य राष्ट्र की प्रगति, संस्कृति, समावेशी नागरिकता और राष्ट्रीय एकता को बढ़ावा देना है। शिक्षा छात्र के मन में साझा सांस्कृतिक विरासत, समतावाद, गणतंत्र, धर्मनिरपेक्षता, लैंगिक समरसता, पर्यावरण संरक्षण एवं वैज्ञानिक दृष्टिकोण जैसे मूल्यों का विकास करती है। उन्होंने छात्र-छात्राओं का आव्हान किया कि वे नया इंडिया बनाने में अग्रणी भूमिका निभायें।
श्री मिश्र ने इस अवसर पर उत्कृष्ट छात्र-छात्राओं को स्वर्ण पदक प्रदान किये। राज्यपाल ने संस्थान के परिसर में स्थित महामना मदन मोहन मालवीय की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्वाजंलि दी। उन्होंने दीक्षांत समारोह में उपस्थित छात्र-छात्राओं और प्राध्यापकों को संविधान की उद्देशिका और मूल कर्तव्यों का वाचन करवाया।
श्री मिश्र ने कहा कि हमारी संस्कृति अत्यंत प्राचीन एवं गौरवशाली अतीत को रेखाकिंत करती है। भारतवर्ष सदियों तक ज्ञानार्जन, सांस्कृतिक, वैज्ञानिक विकास तथा व्यापार में अग्रणी रहा है। नई सदी, जिसका कि तीसरा दशक अभी प्रारंभ हुआ है, चुनौतियों से भरी हुई है। राष्ट्र के विकास में गति लाने के लिये जो कार्यक्रम प्रारंभ किये गए हैं, जैसे कि डिजिटल इंडिया, मेक इन इंडिया एवं स्किलिंग इंडिया, इन सभी की सफलता इस पर निर्भर है कि आप तकनीकी क्षेत्र में कितना शोध करते हैं। राष्ट्र के नव निर्माण हेतु इस प्रतिष्ठित संस्थान के छात्रों के कंधो पर शोध की महती जिम्मेदारी है।
सुनील
वार्ता