नयी दिल्ली, 23 जनवरी (वार्ता) पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने गुरुवार को कहा कि देश मे शांतिपूर्ण आंदोलनों की मौजूदा लहर एक बार फिर लोकतंत्र की जड़ों को गहरा और मजबूत बनाएगी।
श्री मुखर्जी ने निर्वाचन आयोग द्वारा आयोजित पहले सुकुमार सेन स्मृति व्याख्यान में कहा, “ भारतीय लोकतंत्र समय की कसौटी पर हर बार खरा उतरा है। पिछले कुछ महीनों में विभिन्न मुद्दों पर लोग सड़कों पर उतरे, खासकर युवाओं ने इन महत्वपूर्ण मुद्दों पर अपनी आवाज़ मुखर की है। संविधान में उनकी आस्था दिल को छू लेने वाली है। मेरा मानना है कि देश मे शांतिपूर्ण आंदोलनों की मौजूदा लहर एक बार फिर हमारे लोकतंत्र की जड़ों को गहरा और मजबूत बनाएगी।”
उन्होंने कहा, “लोकतंत्र में सभी की बात सुनने, विचार व्यक्त करने, विमर्श करने, तर्क-वितर्क करने और यहाँ तक कि असहमति व्यक्त करने का महत्वपूर्ण स्थान है।”
चुनाव आयुक्त अशोक लवासा और मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने भी सभा को सम्बोधित किया।
यामिनी आशा
वार्ता