राज्य » पंजाब / हरियाणा / हिमाचलPosted at: Jul 22 2019 4:14PM श्रम कानूनों में बदलाव - मजदूरों के पास संगठित होकर मुकाबला करने के सिवा चारा नहीं : मलिकगुड़गांव, 22 जुलाई (वार्ता) वरिष्ठ ट्रेड यूनियन नेता वीरेंद्र मलिक ने कहा है कि निजाम की तरफ से श्रम कानूनों मालिकाें के पक्ष में बदलने की कोशिशों के खिलाफ मजदूरों के पास संगठित होकर मुकाबला करने के सिवा कोई चारा नहीं है। श्री मलिक कल यहां सेंटर ऑफ इंडियन ट्रेड यूनियन्स (सीटू) की गुड़गांव जिला इकाई के आठवें सम्मेलन में मुख्य वक्ता के रूप में बोल रहे थे। श्री मलिक ने आरोप लगाया कि निजाम पूंजीवादी व्यवस्था का पिछलग्गू बना हुआ है और जब आज की सरकारें मजदूरों के सभी अधिकारों की अनदेखी कर मालिकों के पक्ष में श्रम कानून बदल रही हैं तो मजदूरों को संगठित हो कर इनका मुक़ाबला करने के सिवाय और कोई रास्ता नहीं है। उन्होंने आरोप लगाया कि जाति, धर्म, संप्रदाय, भाषा, क्षेत्र के नाम पर भाई को भाई से ही लड़वा कर फासीवाद को बढ़ावा दिया जा रहा है तथा मजदूरों को गुलाम बनाया जा रहा है। सम्मेलन में 21 सदस्यीय नई जिला कमेटी का गठन किया गया जिसमें अध्यक्ष सतवीर सिंह, सचिव बलबीर सिंह और कोषाध्यक्ष प्रभाती लाल को नियुक्त किया गया।सं महेश विक्रमवार्ता