नयी दिल्ली, 23 अप्रैल (वार्ता) राजधानी की सात लोकसभा सीटों पर मंगलवार को नामांकन के अंतिम दिन दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित, पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जय प्रकाश अग्रवाल, अजय माकन, अरविंदर सिंह लवली, क्रिकेटर से राजनीति में आए गौतम गंभीर, मुक्केबाज विजेंद्र कुमार और भाजपा सांसद रमेश विधूड़ी और कई अन्य हस्तियों ने पर्चे दाखिल किए।
दिल्ली में मतदान 12 मई को होना है और नामांकन वापस लेने की अंतिम तिथि 26 अप्रैल है। नामांकन पत्रों की जांच बुधवार को की जायेगी।
नामांकन भरने से पहले मुख्य राजनीतिक दल कांग्रेस और भाजपा के नेताओं ने अपने-अपने क्षेत्रों में रोड शो निकला और निर्वाचन अधिकारी कार्यालय पहुंचे।
अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी (आप) के सभी सात सीटों पर उम्मीदवार पहले ही अपना नामांकन दाखिल कर चुके हैं। भाजपा के हर्षवर्धन, मनोज तिवारी और प्रवेश वर्मा ने कल नामांकन दाखिल किया था।
श्रीमती दीक्षित ने उत्तर-पूर्वी दिल्ली से नंद नगरी स्थित निर्वाचन अधिकारी के कार्यालय में जाकर नामांकन दाखिल किया। श्री लवली ने पूर्वी दिल्ली से कांग्रेस के उम्मीदवार के रुप में शास्त्री नगर स्थित निर्वाचन अधिकारी के कार्यालय जाकर पर्चा भरा। श्री अग्रवाल ने चांदनी चौक से तो श्री माकन ने नयी दिल्ली से नामांकन दाखिल किया। इसके अलावा प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष राजेश लिलौठिया ने दिल्ली की एकमात्र सुरक्षित सीट उत्तर पश्चिमी दिल्ली से पर्चा दाखिल किया। बाक्सर विजेंद्र सिंह ने दक्षिण दिल्ली से तो पूर्व सांसद महाबल मिश्रा पश्चिमी दिल्ली से कांग्रेस उम्मीदवार के रुप में नामांकन भरने वालों में शामिल थे।
भाजपा के चार उम्मीदवारों ने मंगलवार को नामांकन दाखिल किये। इनमें गौतम गंभीर पूर्वी दिल्ली, सांसद मीनाक्षी लेखी नयी दिल्ली, सूफी गायक हंसराज ‘हंस’ उत्तर-पश्चिमी दिल्ली और सांसद रमेश विधूड़ी दक्षिण दिल्ली शामिल हैं। पार्टी ने 2014 के चुनाव में दिल्ली की सभी सातों सीटें कांग्रेस से छीनी थी। इस बार भाजपा ने उत्तर पश्चिमी दिल्ली से उदित राज और पूर्वी दिल्ली से महेश गिरि का टिकट काट दिया।
पर्चा भरने के बाद श्रीमती दीक्षित ने मीडिया से कहा,“ मेरा इस सीट से पुराना रिश्ता है, दिल्ली में राजनीतिक पारी की शुरुआत में यहीं से चुनाव लड़कर की थी।”
गौरतलब है कि 1998 में दिल्ली ने पूर्वी दिल्ली से चुनाव लड़ा था और वह भाजपा के लाल बिहारी तिवारी से हार गयीं थी। उत्तर-पूर्वी दिल्ली लोकसभा सीट परिसीमन के बाद 2009 में अस्तित्व में आई। पहले इस संसदीय सीट का अधिकांश क्षेत्र पूर्वी दिल्ली में ही आता था।
चुनाव में भाजपा के मनोज तिवारी और आप के दिलीप पांडे में से कौन बड़ी चुनौती है, इस सवाल पर तीन बार दिल्ली की मुख्यमंत्री रहीं बुजुर्ग कांग्रेस नेता ने कहा उनके लिए दोनों चुनौती हैं और उनका लक्ष्य सीट जीतना है।
पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष श्री लवली और आप की आतिशी मार्लीना के खिलाफ भाजपा उम्मीदवार के रूप में चुनाव मैदान में उतरे गंभीर ने कहा उनका लक्ष्य चुनाव में विजय हासिल करना है न कि विरोधी उम्मीदवार।
मीडिया से बातचीत में क्रिकेटर ने कहा,“चुनाव में विजयी होने के बाद मेरा लक्ष्य पूर्वी दिल्ली को राजधानी के खूबसूरत हिस्सों में शुमार करने पर रहेगा।”
पूर्वी दिल्ली के निर्वाचन अधिकारी के कार्यालय पर नामांकन भरने के दौरान कांग्रेस और भाजपा के कार्यकर्ताओं के बीच मौखिक गर्मा गर्मी हुई। भाजपा के समर्थक नरेंद्र मोदी जिंदाबाद के नारे लगा रहे थे ताे कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने “ चौकीदार चाेर है” नारे लगाये।
मौजूदा सांसद भाजपा के श्री बिधूड़ी के खिलाफ दक्षिण दिल्ली संसदीय क्षेत्र कांग्रेस के टिकट पर ताल ठोंकने वाले मुक्केबाज विजेंद्र सिंह ने कहा वह युवा और खेलों से जुड़े मामलों पर विशेष ध्यान देंगे। उन्होंने कहा,“मैं रोजगार को लेकर चिंतित हूं और मेरा मानना है कि यह युवाओं से जुड़ा मुख्य मुद्दा है। मैं खेलों के लिए बुनियादी सुविधाओं के लिए काम करूंगा जिससे कि देश के लिए अच्छे एथलीट सामने आ सकें।’’
मिश्रा.श्रवण
वार्ता