नयी दिल्ली 29 जनवरी (वार्ता) उर्वरक क्षेत्र की देश की अग्रणी सहकारी संस्था इफको द्वारा 31 जनवरी को वरिष्ठ कथाकार शिवमूर्ति को श्रीलाल शुक्ल स्मृति इफको साहित्य सम्मान लखनऊ में प्रदान किया जाएगा ।
प्रतिवर्ष ग्रामीण और कृषि जीवन पर लेखन करने वाले साहित्यकार को ‘श्रीलाल शुक्ल स्मृति इफको साहित्य सम्मान’ प्रदान किया जाता है। वरिष्ठ कथाकार शिवमूर्ति को यह सम्मान 31 जनवरी को लखनऊ में आयोजित एक समारोह में प्रदान किया जाएगा।
वरिष्ठ कथाकार श्रीमती चित्रा मुद्गल की अध्यक्षता में गठित निर्णायक मंडल ने कथाकार शिवमूर्ति का चयन खेती-किसानी, ग्रामीण जनजीवन और ग्रामीण यथार्थ पर केन्द्रित उनके व्यापक साहित्यिक अवदान को ध्यान में रखकर किया है। मूर्धन्य कथाशिल्पी श्रीलाल शुक्ल की स्मृति में वर्ष 2011 में शुरू किया गया यह सम्मान अब तक श्री विद्यासागर नौटियाल, श्री शेखर जोशी, श्री संजीव, श्री मिथिलेश्वर, श्री अष्टभुजा शुक्ल, श्री कमलाकान्त त्रिपाठी, श्री रामदेव धुरंधर, श्री रामधारी सिंह दिवाकर, श्री महेश कटारे, श्री रणेंद्र को प्रदान किया गया है। सम्मानित साहित्यकार को एक प्रतीक चिह्न, प्रशस्ति पत्र तथा ग्यारह लाख रुपये की राशि का चैक दिया जाता है।
सम्मान समारोह में सम्मानित लेखक श्री शिवमूर्ति के गाँव के किसान बंधु, सम्मान समिति की ओर से सम्मान समिति के सदस्य श्री जय प्रकाश कर्दम समेत उत्तर प्रदेश के प्रतिष्ठित साहित्यकार व पत्रकार भी उपस्थित रहेंगे। इफको के अध्यक्ष दिलीप संघाणी, प्रबंध निदेशक डॉ. उदय शंकर अवस्थी, विपणन निदेशक योगेंद्र कुमार, उत्तर प्रदेश के राज्य विपणन प्रबंधक अभिमन्यु राय व इफको के अन्य कर्मचारीगण मौजूद रहेंगे।
इस अवसर पर हाल ही में साहित्य अकादेमी युवा पुरस्कार से सम्मानित लखनऊ के ही कथाकार दास्तानगो श्री हिमांशु बाजपेयी और प्रज्ञा शर्मा श्रीलाल शुक्ल जी की रचनाओं पर आधारित ‘दास्तान नए पुराने लोगों की’ की प्रस्तुति देंगे। साथ ही लखनऊ की नृत्यांगना सुश्री ईशा रतन और सुश्री मिशा रतन कत्थक नृत्य प्रस्तुति करेंगी। सम्मानित साहित्यकार शिवमूर्ति से अरुण सिंह की बातचीत का प्रसारण भी किया जायेगा। इस अवसर पर श्रीलाल शुक्ल एवं शिवमूर्ति की पुस्तकों की प्रदर्शनी भी लगायी जाएगी। कोरोना दिशानिर्देशों का पालन सुनिश्चित करते हुए कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। कार्यक्रम का सीधा प्रसारण इफको के आधिकारिक सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक, यूट्यूब और ट्विटर पर किया जाएगा।
अरुण टंडन
वार्ता