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शिवराज ने दिया कमलनाथ के पत्र का जवाब

भोपाल, 20 अक्टूबर (वार्ता) मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के पत्र का जवाब देते हुए कहा है कि उन्हें अापत्तिजनक टिप्पणी के कारण राज्य की मंत्री इमरतीदेवी से माफी मांगना चाहिए।
श्री कमलनाथ को आज लिखे गए दो पेज का पत्र मीडिया के समक्ष जारी किया गया है, जिसमें श्री चौहान ने कांग्रेस नेता को मध्यप्रदेश के लोगों से स्नेह करने की सलाह दी है। श्री चौहान ने लिखा है कि भले ही वे मध्यप्रदेश के नहीं हैं, उसके बावजूद भी जनता उन्हें स्वीकार करने की कोशिश कर रही है। इसके मद्देनजर कांग्रेस नेता का भी फर्ज है कि वे मध्यप्रदेश के विकास और यहां की जनता के हित के बारे में सोचें। श्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश को सिर्फ लूटखसूट का जरिया नहीं बनाएं।
पत्र की शुरूआत में श्री चौहान ने कहा कि श्री कमलनाथ की ओर से लिखा गया पत्र सोशल मीडिया के माध्यम से उनकी जानकारी में आया है। पूर्व मुख्यमंत्री लगातार श्रीमती इमरतीदेवी को लेकर की गयी टिप्पणी के संबंध में अलग अलग ढंग से सफाई पेश कर रहे हैं। इसलिए वे 'आइटम' शब्द का अर्थ भी समझाते हुए दिखे, तो कभी खेद प्रकट करते हुए। श्री चौहान ने कहा कि लेकिन उनका मानना है कि श्री कमलनाथ को गरीब और अनुसूचित जाति की महिला मंत्री से माफी मांगना चाहिए।
श्री चौहान ने आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस के 15 माह के शासन में महिलाओं और बेटियों पर अत्याचार हुए हैं। उसके आकड़े भी सभी के सामने हैं। पूर्ववर्ती सरकार के कार्यकाल में महिला अत्याचारों को रोकने की बजाए उनकाे बढ़ावा देने का ही कार्य किया गया है।
श्री चौहान ने नारियल लेकर घूमने वाले श्री कमलनाथ के आरोपों के संबंध में कहा कि यह उनके लिए प्रसन्नता का विषय है कि राज्य में विकास कार्य हो रहे हैं और उसके लिए उन्हें नारियल फोड़ने का अवसर मिल रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इसके लिए श्री कमलनाथ को उनसे ईर्ष्या नहीं करना चाहिए। उनका आरोप है कि इसके उलट पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार में जिम्मेदार व्यक्ति तबादले और भ्रष्टाचार में लगे रहे।
इसके पहले श्री चौहान ने कल श्रीमती इमरतीदेवी के मुद्दे को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखा था। इस पत्र के बाद श्री कमलनाथ ने श्री चौहान को कल देर शाम पत्र लिखकर अनेक आरोप लगाए थे।
प्रशांत
वार्ता
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