झुंझुनू, 07 दिसम्बर (वार्ता) उत्तरी कश्मीर के तंगधार में हिमस्खलन से शहीद हुए राजेंद्र सिंह की राजस्थान में झुंझुनू जिले के खेतड़ी कस्बे में अंतिम यात्रा में हुजूम उमड़ पड़ा।
इससे पहले हरडिया की ढाणी ढहरवाला के लाड़ले राजेन्द्र सिंह का शव शनिवार को जैसे ही घर के आंगन में पंहुचा, तो हर आंख में मानो आसुओं का सैलाब उमड़ आया हो। उनकी पत्नी सरोज देवी, माता रामकोरी देवी, पिता रोहिताश, 14 वर्षीय बेटी अंशु और परिवार के लोग शहीद का शव देखकर जहां दुखी थे वहीं उन्हें इस बात का भी गर्व था कि उनके लाड़ले ने देश की सेवा करते अपने प्राण न्यौछावर कर दिये हैं।
शहीद की पार्थिव देह बबाई मैं पहुंची तो हजारों की भीड़ हाथों में तिरंगा और डीजे पर देशभक्ति के गीतों के साथ राजेंद्र सिंह अमर रहे जब तक सूरज चांद रहेगा राजेंद्र सिंह तेरा नाम रहे के गगनभेदी नारों के साथ भव्य स्वागत किया। बाइक पर सवार हजारों युवा शहीद को काफिले के रूप में 10 किलोमीटर तक शहीद को लेकर गए। उसके पीछे सैकड़ों गाडिय़ों का काफिला भी साथ चलता रहा।
करीब दो घंटे के बाद शहीद के पार्थिव देह को उनके पैतृक गांव ले जाया गया। शहीद के अंतिम दर्शन के लिए कुछ देर तक उनके पार्थिव शरीर को उनके घर पर रखवाया गया उसके बाद शहीद की अंतिम यात्रा निकाली गई। जिसमें हजारों की भीड़ ने गगनभेदी देशभक्ति के गीत और नारे लगा कर पूरे माहौल को देश भक्तिमय में बना दिया। शहीद को नेवारू कैंट जयपुर की 20 जाट के 45 बिग्रेड ने सलामी दी। वहीं राजस्थान पुलिस ने गार्ड ऑफ ऑनर देकर अंतिम विदाई ध्वनि बधाई और हवाई फायर कर शहीद को सलामी दी। जब सेना की टुकड़ी ने शहीद की बेटी अंशु के हाथ में राष्ट्र ध्वज थमाया तो वहां मौजूद सभी की आंखें नम हो गई। शहीद के चार महीने बेटे करण ने पिता को मुखाग्नि दी।
उनकी अंतिम यात्रा में सांसद नरेन्द्र कुमार खीचड़, खेतड़ी विधायक डॉ. जितेन्द्र सिंह, नीमकाथाना विधायक सुरेश मोदी, पूर्व विधायक पूरणमल, पूर्व विधायक दाताराम गुर्जर, पूर्व विधायक शुभकरण चौधरी, पूर्व विधायक श्रवण कुमार,मेजर एस के नेहरा, अतिरिक्त जिला कलक्टर राजेन्द्र अग्रवाल, उपखण्ड अधिकारी शिवपाल जाट, ग्राम सरपंच सुमन देवी, ने शहीद को श्रद्वासुमन अर्पित किये।
सर्राफ सुनील
वार्ता