जयपुर,14 अगस्त(वार्ता)राजस्थान के चार जिलों से लगती भारत पाकिस्तान सीमा पर शहीदों के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करने और जांबाजों के सम्मान के लिये आयोजित देश के पहले और अनूठे कार्यक्रम “ शहादत को सम्मान ” में भाग लेने के लिये आज बनायी गयी मानव श्रृंखला में जनसैलाव उमड़ पडा।
राजस्थान सरकार एवं सीमा सुरक्षा बल की ओर से राजस्थान के चार जिलों श्रीगंगानगर , जैसलमेर , बाडमेर और बीकानेर केी 700 किलोमीटर लम्बी सीमा रेखा पर मानव श्रृंखला बनायी गयी और इसमें भाग लेने के लिये आम नागरिक सवेरे से ही निर्धारित स्थलों पर पहुंचना शुरू हो गये। लोगों में इस कार्यक्रम को लेकर भारी उत्साह था और इसमें बच्चें के साथ ही बडे, बुजुर्ग, सेवानिृत सैनिक और उनके परिजनों ने भाग लिया।
मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने बाड़मेर से जैसलमेर तक हेलिकाप्टर से इस मानव श्रृंखला का अवलोकन किया और कार्यक्रम में शामिल लोगों पर हेलिकाप्टर से पुष्प वर्षा कर उनका अभिनंदन किया। श्रीमती राजे हेलिकाप्टर से सुबह बाडमेर के उतरलाई एयरबेस पहुंची जहां से वह जैसलमेर गयी और वहां सेना के वार म्युजियम के समीप सेना के हैलीपेड पर उतरी। उन्होंने इस अवसर पर सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित की और पौधारोपण भी किया।
देश के इतिहास में पहली बार आयोजित इस तरह के कार्यक्रम में सीमा सुरक्षा बल, सेना और एयर फोर्स के जवान और जिला प्रशासन की ओर से व्यापक प्रबंध किये गये थे। जिला प्रशासन की ओर से इस मानव श्रृंखला को देखते हुये दिल्ली से भारी मात्रा में तिरंगे झंडे मंगाये गये थे। इस दौरान जगह-जगह तीन रंगो केसरिया,सफेद और हरे रंग के गुब्बारे छोड़े गये।