राज्य » उत्तर प्रदेशPosted at: Nov 15 2018 6:29PM शहरों का नाम बदलने से बढ़ जाता है सरकार का काम : राजभर
इटावा, 15 नवंबर (वार्ता)अपने बयानों से सरकार को समय समय पर कठघरे में खड़ा करने वाले उत्तर प्रदेश के पिछड़ा वर्ग और दिव्यांगजन सशक्तीकरण मंत्री आेम प्रकाश राजभर ने कहा कि शहरों का नाम बदलने से कुछ नहीं होता है इससे सिर्फ सरकार का काम बढ़ता है।
प्रदेश के मंत्री एवं सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष राजभर ने गुरूवार को यहां पत्रकारों से कहा कि नाम बदलने से कुछ नहीं होता, केवल सरकार का काम बढ़ जाता है। उन्होंने कहा कि उनका भाजपा के साथ समझौता है और लोकसभा चुनाव साथ में ही लड़ेंगे।
उन्होंने कहा शिक्षा से ही देश और प्रदेश की तरक्की होगी। लोगों को रोजगार नौकरी मिलेगी तब उनका का भला होगा। नाम बदलना तो दिमाग को चेंज करने का एक बहाना है। चुनाव आते ही सभी पार्टियों को मंदिर-मस्जिद के मुद्दे याद आने लगते हैं। चुनाव हो जाता है तो इसके बाद मुद्दे गायब हो जाते हैं।
श्री राजभर ने कहा कि आज के नेताओं में कुछ ठेकेदार भी हो गए हैं जो अपने समाज को धोखा दे रहे हैं। कोई भी नेता अनुसूचित जाति के लोगों से यह नहीं कहता कि सड़क, रोजगार या शिक्षा के लिए संघर्ष करो। उन्होंने कहा कि अनुसूचित जाति के लोग आज भी काफी पिछड़े हुए हैं।
उन्होंने कहा कि दिवंगत प्रधानमंत्री वी पी सिंह के समय लागू हुई मंडल कमीशन के आधार पर पिछडों और दलितों को आरक्षण दिये जाने का मुद्दा अभी तक नहीं सुलझ सका है। करीब 28 साल होने को हुए है। आज भी दलित और पिछडी जाति के लोग वहीं पर टिके हुए हैं। राजनाथ सिंह के मुख्य मंत्रित्वकाल में आरक्षण के लिए सामाजिक न्याय समिति का गठन बेशक किया गया हो लेकिन आज तक पिछडी जाति और दलित जाति के लोग आरक्षण से वचिंत है।