Thursday, Apr 25 2024 | Time 21:49 Hrs(IST)
image
राज्य » पंजाब / हरियाणा / हिमाचल


सीएम विंडो पर साढ़े छह लाख शिकायतों में से मात्र 45 हजार का ही निवारण

सिरसा,07 अक्टूबर (वार्ता) हरियाणा के पूर्व शिक्षा एवं सिंचाई मंत्री चौ. जगदीश नेहरा ने शुक्रवार को कहा कि राज्य में सत्ता के केंद्रीयकरण की वजह से आम जनमानस को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। सीएम विंडों पर हालात ऐसे है कि साढ़े छह लाख शिकायतों में से मात्र 45 हजार का ही निवारण हुआ है।
श्री नेहरा ने आज यहां जारी एक बयान में कहा सरकार की इस व्यवस्था में लोगों को लोकशाही की बजाय राजशाही का अहसास हो रहा है। उन्होंने कहा कि प्रजातांत्रिक प्रणाली में मंत्रियों, विधायकों, अधिकारियों के पास सरकारी ताकत होनी आवश्यक है मगर पहली बार हरियाणा में ऐसा हुआ है कि पॉवर का इस्तेमाल केवल मुख्यमंत्री ही कर रहे हैं। चाहे छोटे प्रोजेक्ट का उद्घाटन या शिलान्यास हो या फिर बड़ी परियोजना केवल मुख्यमंत्री ही एक बार में ही रिमोट से उसका उद्घाटन या शिलान्यास करते दिखाई देते हैं।
पूर्व मंत्री ने कहा कि राज्य में सीएम विंडो लागू करके सरकारी कामकाज को बोझिल बना दिया गया है। किसी भी नागरिक की सुनवाई सरकारी कार्यालय में नहीं होती। सीएम विंडो पर शिकायत होती है तो उसके समाधान में काफी समय लग जाता है। कई दफा तो बार-बार शिकायत के बावजूद सुनवाई नहीं होती। उन्होंने कहा कि जब सारे काम सीएम ने ही करने हैं तो फिर अधिकारियों या विधायकों की क्या आवश्यकता है। जनसमस्याएं भी स्वयं सीएम सुनेंगे।
उन्होंने कहा कि जब सब कुछ मुख्यमंत्री करेंगे तो फिर बाकी का तंत्र किसलिए है। वर्ष 2014 में सीएम विंडो की शुरूआत की गई थी। इस पर हर साल लगभग एक लाख शिकायतें प्राप्त होती हैं। बड़ा सवाल यह है कि छोटे से हरियाणा प्रदेश में अगर एक साल में एक लाख लोगों को शिकायतें हैं तो फिर विकास का दावा और सुख शांति की बात किस आधार पर हो रही है।
श्री नेहरा ने कहा कि आम जनमानस को बुनियादी सुविधाएं नहीं मिल पा रही हैं। शिक्षा, स्वास्थ्य और सुरक्षा राज्य की सबसे बड़ी आवश्यकता है। इनकी तरफ ध्यान देने के लिए जरूरत है कि संबंधित विभागों के अधिकारियों को शक्ति दी जाए। सीएम विंडो में अब तक साढ़े 6 लाख शिकायतें प्राप्त हुई जिनमें से 45 हजार शिकायतों का अभी तक निवारण नहीं हो पाया। इसका अर्थ यही है कि सीएम विंडो पर भी सभी लोगों को न तो न्याय मिल रहा है और न ही उनकी सुनवाई हो रही है। सीएम विंडो को बंद करके अधिकारियों को बल दिया जाए ताकि जनता की शिकायत का निवारण तत्काल हो सके।
सं राम
वार्ता
image