राज्य » मध्य प्रदेश / छत्तीसगढ़Posted at: Jul 19 2019 6:45PM सूखे की समस्या को लेकर एक बार कार्यवाही स्थगित,फिर दूसरी बार बहिर्गमनरायपुर 19 जुलाई(वार्ता)छत्तीसगढ़ विधानसभा में आज सूखे की स्थिति पर चर्चा की मांग को लेकर विपक्षा सदस्यों के हंगामे के बाद एक बार कार्यवाही स्थगित हुई तो दूसरी बार कृषि मंत्री के जवाब से असन्तुष्ट होकर भाजपा सदस्यों ने बहिर्गमन किया। भाजपा सदस्य बृजमोहन अग्रवाल ने शून्यकाल में राज्य में अवर्षा से उत्पन्न स्थिति का उल्लेख करते हुए कहा कि किसान परेशान है।सरकार इससे बेखबर है।वैकल्पिक कोई व्यवस्था नही की गई है।बांधों में कितना पानी है,सिंचाई के लिए कितना दिया जा सकता है।उन्होने इस बारे में दिए स्थगन को ग्राह्य कर चर्चा करवाने का अध्यक्ष डा.चरणदास महंत से अनुरोध किया।भाजपा के ही अजय चन्द्राकर ने कहा कि बिजली कटौती के कारण अकाल की स्थिति और गंभीर हो गई है। भाजपा सदस्य पूर्व मुख्यमंत्री डा.रमन सिंह ने कहा कि सरकार की सूखे से उत्पन्न हालात से निपटने की क्या कार्ययोजना है।उन्होने कहा कि सोयाबीन की फसल खराब हो गई है धान बीज भी सूख रहे हैं।जनता कांग्रेस सदस्य पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी ने इस दैवीय आपदा से निपटने में सरकार को माई बाप बनकर कार्य करना चाहिए।उन्होने कहा कि किसानों को 22 घंटे भी बिजली नही मिल रही है।ट्रांसफार्मर फेल हो रहे है।उन्होने अमानक खाद की बिक्री पर रोक लगाने की मांग की। श्री जोगी,बृजमोहन अग्रवाल,धरमजीत सिंह समेत कई सदस्यों ने इस मसले पर दिए स्थगन पर चर्चा करवाने के लिए विधानसभा सत्र को एक दिन और बढ़ाने की मांग की।विपक्षी एवं सत्ता पक्ष के सदस्यों में नोकझोंक के बाद अध्यक्ष ने कार्यवाही को 10 मिनट के लिए स्थगित कर दिया। साहूजारी.वार्ता