राज्य » बिहार / झारखण्डPosted at: Sep 18 2020 9:42PM सीटों के तालमेल में राजद का प्रस्ताव जनता की भावना से मेल नहीं खाती : दीपंकरपटना 18 सितंबर (वार्ता) बिहार में होने वाले विधान सभा चुनाव के लिए राष्ट्रीय जनता दल (राजद) नीत महागठबंधन के घटक दलों में सीटों को लेकर जारी खींचतान के बीच आज भारत की कम्युनिस्ट पार्टी मार्क्सवादी-लेनिनवादी (भाकपा-माले) के राष्ट्रीय महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य ने कहा कि सीटों के तालमेल को लेकर अभी तक राजद का जो रुख और प्रस्ताव है वह जनता की भावना तथा राजनीतिक जरूरत से मेल नहीं खाती है। श्री भट्टाचार्य ने शुक्रवार को संवाददाता सम्मेलन में कहा कि पिछले लोकसभा चुनाव में जिस प्रकार का तालमेल हुआ था और उसके जो अनुभव हैं, उसने स्पष्ट कर दिया है कि भाकपा-माले और अन्य वामदलों को उचित जगह दिए बिना कोई कारगर विपक्षी एकता नहीं बन सकती । उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा)-जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के खिलाफ निर्णायक गोलबंदी इसके बिना संभव ही नहीं है लेकिन तालमेल को लेकर अभी तक राजद का जो रुख और प्रस्ताव है, वह जनता की भावना और राजनीतिक जरूरत से मेल नहीं खाती है। भाकपा-माले के राष्ट्रीय महासचिव ने कहा कि विपक्षी दलों के बीच कारगर तालमेल नहीं होने की स्थिति में भाकपा-माले की बिहार की जनता से अपील है कि ऊपर के स्तर पर जारी गतिरोध को दरकिनार कर नीचे के स्तर पर जनता के विभिन्न हिस्सों और नीचे के आंदोलनों का मोर्चा बनाएं तथा विश्वासघाती राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार को निर्णायक शिकस्त देने की तैयारी करें।सूरज शिवाजारी (वार्ता)