राज्य » पंजाब / हरियाणा / हिमाचलPosted at: Dec 11 2019 8:39PM सामान्य अस्पताल में बच्चा बदले जाने का आरोपजींद, 11 दिसंबर (वार्ता) हरियाणा के जींद सामान्य अस्पताल में आज एक डिलीवरी के बाद परिजनों ने आरोप लगाया कि उन्हें लड़का होने की सूचना दी गई थी लेकिन लड़की दी गई और डीएनए जांच की मांग की। पुलिस व अस्पताल के सूत्रों के अनुसार रामराये गेट निवासी ममता (21) को सामान्य अस्पताल में डिलीवरी के लिए लाया गया था। दोपहर को ममता की सीजेरियन से डिलीवरी हुई। ममता के पति विकास का आरोप है कि ऑपरेशन थिएटर के बाहर बैठे परिजनों को बताया गया कि लड़का हुआ है पर कुछ समय बाद लड़की दी गई। परिजनों के बवाल के बाद सिविल लाइन थाना पुलिस अस्पताल में पहुंची। परिजनों ने नवजात बालिका का डीएनए मैच करवाये जाने की मांग की जिस पर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने वीरवार को डीएनए सैंपल लेने की बात कही। विकास ने आरोप लगाया कि फार्म में भी लड़का भरा गया था जिसे बाद में काटकर लड़की किया गया। दूसरी तरफ स्त्री रोग विशेषज्ञ डा. नेहा ने बताया कि ममता ने 12 बजकर 55 मिनट पर सीजेरियन से लड़की को जन्म दिया था। एक बजकर दस मिनट पर बच्ची को परिजनों को सौंप दिया गया। उन्होंने कहा कि दूसरी डिलीवरी एक बजकर 21 मिनट पर करवाई गई थी। वे ऑपरेशन थिएटर में ही थीं इसलिए बाहर किसने क्या कहा इसके बारे में उन्हें जानकारी नहीं है। सामान्य अस्पताल के डिप्टी एमएस डा. राजेश भोला ने कहा कि स्टाफ को बताने में मानवीय भूल हुई है। उन्होंने कहा कि जिस कर्मचारी ने परिजनों को लड़का होने की सूचना दी, वह चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी था, जो ओटी में नहीं होता और अंदर से सूचना केवल डिलीवरी होने की दी गई थी न कि लड़का या लड़की होने की। उन्होंने यह भी कहा कि दूसरी डिलीवरी होने से पहले नवजात को परिजनों को सौंप दिया गया था। डॉ़ भोला ने कहा कि फिर भी मामले की जांच की जा रही है और परिजन डीएनए की मांग कर रहे हैं तो डीएनए करवाया जाएगा।सं महेश वार्ता