नयी दिल्ली, 18 फरवरी (वार्ता) सरकार ने गंगा को निर्मल बनाने के अपने महत्वाकांक्षी ‘नमामि गंगे’ कार्यक्रम के तहत यमुना तट पर बसे शहरों की गंदगी इसमें जाने से रोकने और इसे स्वच्छ बनाने के लिए 1387.71 करोड़ रुपये की परियोजनाएं स्वीकृत की है।
जल संसाधन, नदी विकास और गंगा संरक्षण मंत्रालय ने सोमवार को बताया कि निर्मल गंगा से जुड़ी कार्यकारी समिति की पिछले सप्ताह यहां बैठक हुई 1387.71 करोड़ रुपये की लागत की सीवरेज बुनियादी ढांचागत और अन्य परियोजनाओं को मंजूरी दी गयी। कार्य समिति की यह 20वीं बैठक थी और इसमें इन परियोजनाओं के तहत यमुना को स्वच्छ बनाने पर विशेष ध्यान दिया गया।
बैठक में जिन परियोजनाओं को मंजूरी दी गयी उनमें सीवेज शोधन संयंत्रों का निर्माण, जीर्णोद्धार, सीवेज शोधन संयंत्रों और अन्य बुनियादी ढांचागत परियोजनाओं की ऑनलाइन निगरानी प्रणालियां शामिल हैं। इसमें फिरोजाबाद, इटावा, मेरठ और बागपत के लिए सहायक नदियों पर भी कुछ परियोजनाओं को मंजूरी दी गयी है।
मंत्रालय के अनुसार इसके तहत उत्तर प्रदेश के इटावा में 140.6 करोड़ रुपये तथा फिरोजाबाद में 51.08 करोड़ रुपये की लागत वाली सीवरेज बुनियादी ढांचागत परियोजना का निर्माण शामिल है। इसी तरह से बागपत में सीवरेज ढांचे के लिए 77.36 करोड़ रुपये की परियोजना को मंजूरी दी गयी है।
अभिनव.श्रवण
वार्ता