पटना 25 सितंबर (वार्ता) बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने समाज में सौहार्द्र कायम करने के लिए युवाओं को हुनरमंद बनाये जाने की जरूरत पर बल देते हुये आज कहा कि इससे तनाव कम होने के साथ ही कटुता समाप्त होगी।
श्री कुमार ने यहां राष्ट्रीय कौशल प्रतियोगिता 2018 के चयनित प्रतिभागियों के पुरस्कार वितरण एवं उत्साहवर्द्धन समारोह सह रोजगारपरक एवं गुणवत्तापूर्ण प्रशिक्षण के लिए ख्याति प्राप्त संस्थाओं के साथ समझौता पत्र पर हस्ताक्षर कार्यक्रम का उद्घाटन करने के बाद कहा कि आजकल काम की कम झगड़ों और विवादों की ज्यादा चर्चा हो रही है। ऐसे में तनाव की मानसिकता को दूर करने के लिए आवश्यक है कि युवाओं को हुनरमंद बनाया जाये, जिससे समाज में व्याप्त कटुता भी समाप्त होगी। उन्होंने कहा कि समाज में समरसता, प्रेम, भाईचारा, आपसी सौहार्द्र कायम करने में कौशल का महत्वपूर्ण योगदान है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षा चाहे जितनी भी हासिल कर ली जाये, कौशल शक्ति की हर जगह मांग है। कौशल विकास का सदुपयोग कर रोजगार को बढ़ाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि बिहार कौशल विकास मिशन के माध्यम से वर्ष 2022 तक एक करोड़ युवाओं को हुनरमंद बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। सूचना तकनीक के इस युग में कम्प्यूटर पर काम करने की जानकारी हर किसी को रहनी चाहिए। यदि कम्प्यूटर का ज्ञान नहीं है तो रोजगार मिलने में काफी मुश्किल होती है। इसको ध्यान में रखते हुए सरकार के सात निश्चय में शामिल कुशल युवा कार्यक्रम के माध्यम से युवाओं को कम्प्यूटर ज्ञान, संवाद कौशल और व्यवहार कौशल से संबंधित 240 घंटे का प्रशिक्षण निःशुल्क मुहैया कराया जा रहा है। प्रखंड स्तर पर लाखों युवा अब तक इसका लाभ भी उठा चुके है।
सूरज उपाध्याय उमेश
जारी (वार्ता)