पटना 29 जनवरी (वार्ता) बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अच्छी सड़के, पुलों और भवनों के निर्माण के साथ-साथ उनका ठीक ढंग से मेंटेनेंस को सरकार का उद्देश्य बताया और कहा कि अनुरक्षण में लापरवाही बरतने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाय।
श्री कुमार ने शनिवार को यहां एक, अणे मार्ग स्थित संकल्प में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से पथ निर्माण विभाग, ग्रामीण कार्य विभाग एवं भवन निर्माण विभाग की मेंटेनेंस नीति से संबंधित समीक्षा बैठक में कहा, “अच्छी सड़कें, पुलों एवं भवनों का बेहतर निर्माण करने के साथ-साथ उसका ठीक ढंग से मेंटेनेंस करना भी हमलोगों का उद्देश्य है। दीर्घकालीन निष्पादन और उपलब्धि आधारित पथ अस्तियां अनुरक्षण संविदा प्रणाली (ओपीआरएमसी) के तहत जिन्हें मेंटेनेंस की जिम्मेवारी दी गयी है, उन सबकी सतत निगरानी करें। मेंटेनेंस को लेकर किसी प्रकार की लापरवाही न हो, जो भी इसमें लापरवाही बरतते हैं उन पर कड़ी कार्रवाई करें।”
मुख्यमंत्री ने कहा कि सड़कों की मेंटेनेंस पालिसी को लोक शिकायत निवारण अधिकार अधिनियम के दायरे में लाया गया है ताकि सड़कों के रखरखाव संबंधी लोगों की शिकायतों का निवारण हो सके। सड़कें मेंटेन रहेंगी तो अच्छी दिखेंगी और आवागमन भी सुलभ होगा। पुलों का रखरखाव हमेशा होना चाहिए। पथ निर्माण विभाग एवं ग्रामीण कार्य विभाग आपस में विचार कर ब्रिज मेंटेनेंस पालिसी जल्द तैयार करें। उन्होंने कहा कि पहले सरकारी भवनों की क्या स्थिति थी, यह सभी जानते हैं। उनकी सरकार ने इसे मेंटेन कर बेहतर बनाया है।
श्री कुमार ने कहा कि मेंटेनेंस का काम विभाग द्वारा ही किया जाय। पथ निर्माण विभाग, ग्रामीण कार्य विभाग एवं भवन निर्माण विभाग जल्द से जल्द विभागीय अनुरक्षण नीति की कार्य योजना बनाये। विभाग के अभियंता पथों के मेंटेनेंस में सक्रिय भूमिका निभायें, इससे खर्च में कमी आएगी साथ ही कार्य की गुणवत्ता भी बेहतर होगी। मुख्य अभियंता से लेकर कनीय अभियंता तक निरीक्षण ठीक ढंग से करें। विभागीय स्तर से सड़कों का बेहतर मेंटेनेंस किये जाने से अभियंताओं की समाज में प्रतिष्ठा बढ़ेगी।
सूरज
जारी (वार्ता)