मनोरंजनPosted at: Feb 21 2019 8:34PM सफलता के लिये मेहनत के साथ ‘लक फैक्टर’ जरूरी : पारस
लखनऊ 21 फरवरी (वार्ता) छोटे पर्दे के हर दिल अजीज ‘उड़ान’ फेम पारस अरोडा का मानना है कि जीवन में सफलता हासिल करने के लिये कड़ी मेहनत के साथ साथ अच्छे भाग्य का साथ बहुत जरूरी है।
‘सोनी सब’ पर अपने नये धारावाहिक ‘बावले उठावले’ के प्रमोशन पर नवाब नगरी आये पारस ने ‘यूनीवार्ता’ से बातचीत में कहा “ मेरा मानना है कि सफलता के नये मुकाम हासिल करने के लिये मेहनत के साथ साथ लक फैक्टर बहुत जरूरी है। टीवी और फिल्म इंडस्ट्री में ऐसे कलाकारों की कमी नहीं है जो अच्छा करके भी ज्यादा दिनो तक नहीं टिक सके और गुमनामी के अंधेरे में गुम हो गये। सही समय पर सही चीजों का होना कलाकार को बड़ा बनाती है और इस मामले में मैं अब तक भाग्यशाली रहा हूं। ”
वर्ष 2012 में प्रसारित वीर शिवाजी धारावाहिक के जरिये छोटे पर्दे पर हर दिल अजीज बने पारस ने कहा कि उन्होने अब तक 16 से अधिक धारावाहिकों में काम किया है। कलर्स चैनल पर प्रसारित ‘उड़ान’ के वीवान के तौर पर वह काफी पसंद किये गये। उन्होने कहा कि अभिनय उनकी जिंदगी है। उनके अभिनय की सराहना ही उनकी कमाई है। कोई जरूरी नहीं कि दर्शक उन्हे उनके असली नाम से याद करें। घर घर में उनको किरदार के नाम से उन्हे पसंद किया जाना वाकई सुकून भरा हैै।
अपनी सफलता का श्रेय माता पिता को देते हुये 25 वर्षीय कलाकार ने कहा कि शुरू में उन्हे नृत्य का शौक था जिसे पूरा करने के लिये उनके पिता उन्हे 2001 में लखनऊ में हुये एक डांस कंपटीशन में लाये थे जिसमे उनको पहला पुरस्कार मिला था। वर्ष 2007 में उन्हे पहली बार एक फिल्म ‘कल्पवृक्ष’ में बतौर बाल कलाकार काम करने का मौका मिला हालांकि यह फिल्म दस साल बाद यानी 2017 में रिलीज हुयी। इसके अलावा लेट्स डांस और रज्जो में काम करके उन्हे बड़े पर्दे पर मौका मिला।
उन्होने कहा कि 2006 में जीटीवी पर प्रसारित सीरियल ‘रावन’ से उनका पदार्पण छोटे पर्दे पर हुआ जबकि बाद में एनडीटीवी इमेजिन पर रामायण समेत कुछ अन्य धारावाहिकों ने उन्हे अनुभव प्रदान किया। असली पहचान उन्हे वीर शिवाजी धारावाहिक से मिली जिसके बाद उन्होने कभी पीछे मुड़ कर नहीं देखा।
प्रदीप
वार्ता