राज्यPosted at: May 21 2018 10:16PM सभ्यता द्वार बिहार के गौरवशाली इतिहास का संकेत : नीतीश
पटना 21 मई (वार्ता) बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राजधानी पटना में बने सभ्यता द्वार को राज्य के गौरवशाली इतिहास का संकेत बताया और कहा कि यह लोगों के आकर्षण का केंद्र बनेगा।
श्री कुमार ने आज यहां सम्राट अशोक कन्वेंशन केंद्र स्थित सभ्यता द्वार का लोकार्पण करने के साथ ही 486.47 करोड़ रुपये की 187 योजनाओं का लोकार्पण एवं 16.32 करोड़ रुपये की चार योजनाओं का रिमोट कंट्रोल के माध्यम से शिलान्यास भी किया। उन्होंने इस मौके पर कहा कि यह सभ्यता द्वार बिहार के गौरवशाली इतिहास का संकेत है और यह लोगों के आकर्षण का केंद्र बनेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य का गौरवशाली इतिहास सकारात्मकता पर आधारित है। उन्होंने कहा कि सम्राट अशोक कन्वेंशन केंद्र में पहले ज्ञान भवन, फिर बापू सभागार और अब सभ्यता द्वार का निर्माण कार्य पूर्ण हुआ है। आज ही सम्राट अशोक की सांकेतिक मूर्ति भी स्थापित की गई है, जो अशोक के चंडाशोक से धम्माशोक में रूपांतरण का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि मौर्य वंश के इतिहास का उल्लेख करते हुये कहा कि पाटलिपुत्र अशोक एवं उनके दादा चंद्रगुप्त मौर्य की भी राजधानी थी। पाटलिपुत्र का निर्माण अजातशत्रू ने करवाया था। महात्मा बुद्ध उत्तर बिहार जाने के क्रम में पाटलिपुत्र से गुजरे थे और इसके बार में जो प्रतिक्रिया व्यक्त की गई थी उसी को सभ्यता द्वार पर भी अंकित की गई है।
सूरज उमेश
जारी (वार्ता)