राज्य » राजस्थानPosted at: Feb 18 2020 11:48PM समझौते के बाद तीसरे दिन हुआ पोस्टमार्टम
श्रीगंगानगर, 18 फरवरी (वार्ता) राजस्थान में श्रीगंगानगर के एक किसान के बैंक के कर्ज से परेशान होकर आत्महत्या करने के मामले में मृतक के परिजनों और प्रशासन में समझौते के बाद मंगलवार को परिजन पोस्टमार्टम करवाने के लिये सहमत हो गये।
इससे पहले आक्रोशित किसान संगठन से जुड़े किसान आज जिला कलेक्ट्रेट परिसर में धरने पर बैठ गये। उन्होंने विरोध प्रदर्शन करते हुए राज्य सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इसके बाद किसान प्रतिनिधियों की जिला कलेक्टर शिवप्रसाद मदन नकाते के साथ करीब एक घंटा वार्ता चली। वार्ता में श्री नकाते ने आश्वासन दिया कि मृतक किसान की पत्नी को जल्द से जल्द विधवा पेंशन एवं उसके बच्चों को पालनहार योजना के तहत सहायता प्रदान की जाएगी।
वार्ता के पश्चात किसान संघर्ष समिति के प्रवक्ता संतवीरसिंह मोहनपुरा ने बताया कि वृद्धावस्था पेंशन और पालनहार योजना की सहायता के अलावा पीड़ित किसान आश्रितों को अन्य योजनाओं के तहत अधिकतम सहायता दिलाने की मांग प्रशासन के समक्ष रखी गई है। माकपा के पूर्व विधायक हेतराम बेनीवाल ने बताया कि जिला कलेक्टर ने आश्वासन दिया है कि मृतक महेंद्र देवर्थ पर बैंक के बकाया रिण का बैंक अधिकारियों से बातचीत करके सेटलमेंट करवाने का प्रयास करेंगे।
उल्लेखनीय है कि गंगानगर जिले के सादुलशहर तहसील क्षेत्र के गांव छापांवाली के युवा किसान महेंद्र देवर्थ (36) ने बैंक के कर्ज से परेशान होकर 15 फरवरी को जहर का सेवन कर लिया बाद में 16 फरवरी को उसकी मौत हो गयी। पुलिस के अनुसार महेंद्र के पिता ने बैंक से पांच लाख रुपये का रिण लिया था। इसी बीच उनकी मौत हो गई। ब्याज सहित यह बकाया राशि सात लाख 37 हजार रुपये हो गई। महेंद्र मूल राशि तो क्या ब्याज भी नहीं चुका पा रहा था। उसकी मौत के बाद किसान आक्रोशित हो गये उन्होंने परिजनो के साथ मिलकर पोस्टमार्टम नहीं होने दिया।
सेठी सुनील
वार्ता