भारतPosted at: Sep 19 2018 6:33PM हिन्दी अकादमी के उपाध्यक्ष विष्णु खरे नहीं रहे
नयी दिल्ली 19 सितम्बर (वार्ता) प्रख्यात कवि पत्रकार एवं हिन्दी अकादमी के उपाध्यक्ष विष्णु खरे का बुधवार को यहाँ अचानक ह्रदय गति रुकने के कारण निधन हो गया, वह 78 वर्ष के थे।
श्री खरे को गत दिनों मस्तिष्क आघात के कारण राजधानी के जी बी पन्त अस्पताल में भर्ती कराया गया था और वह कोमा में चले गए थे। वह गहन चिकित्सा कक्ष में भर्ती थे और उनका मस्तिष्क 80 प्रतिशत आघात के कारण प्रभावित हो गया था। उनके परिवार में पत्नी के अलावा दो पुत्रियाँ एवं एक पुत्र हैं।
उनके निकटस्थ मित्रों ने यूनीवार्ता को बताया कि अस्पताल के डाॅक्टर श्री खरे को बचाने के लिए कई दिनों से संघर्ष कर रहे थे लेकिन आज साढ़े तीन बजे अचानक हृदय गति रुक जाने के कारण उनका निधन हो गया।
नौ फरवरी 1940 को मध्य प्रदेश में जन्में श्री खरे ने इंदौर के क्रिस्चन कॉलेज से अंग्रेजी साहित्य में एमए किया था और वह 1962-63 में दैनिक इंदौर में उप संपादक थे। फिर 1963 से 1975 तक अध्यापन कार्य से जुड़े रहे। वह दिल्ली विश्वविद्यालय के मोती लाल नेहरु कॉलेज में अंग्रेजी के प्रोफेसर थे और इसके बाद साहित्य अकादमी में उपसचिव भी रहे। इसके बाद वह नवभारत टाइम्स के लखनऊ और जयपुर संस्करण के संपादक भी रहे। उनकी चर्चित पुस्तकों में सब की आवाज के पर्दे में, खुद अपनी आंख से तथा आलोचना की पहली किताब शामिल है।
अरविन्द, उप्रेती
वार्ता