नयी दिल्ली, 30 मई (वार्ता) उच्चतम न्यायालय के पूर्व मुख्य न्यायाधीश सहित समाज के विभिन्न क्षेत्रों के बुद्धिजीवियों ने कोरोना वायरस जैसी वैश्विक महामारी और अन्य महत्वपूर्ण अवसरों पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की नेतृत्व क्षमता की सराहना करते हुए कहा है कि श्री मोदी ने हाल के वर्षों में वैश्विक नेता के रूप में अपनी जगह बनायी है और भारत का सम्मान बढ़ाया है।
उच्चतम न्यायालय के वरिष्ठ अधिवक्ता एवं इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस (आईसीजे) के अध्यक्ष आदिश चंद्र अग्रवाल और अमेरिकी लेखिका सुश्री एलिजाबेथ होरन द्वारा संयुक्त रूप से रचित पुस्तक ‘नरेन्द्र मोदी : हार्बिंगर ऑफ प्रोस्पेरिटी एंड एपोस्टल ऑफ वर्ल्ड पीस’ का विमोचन करते हुए न्यायमूर्ति बालाकृष्णन ने शुक्रवार को कहा कि आम पुरुष और महिला सहित प्रत्येक नागरिक इस महान नेता के जीवन के बारे में जानना चाहता है।
उन्होंने कहा, “महामारी से संबंधित मौजूदा कठिनाइयों पर पार पाने के लिए प्रत्येक नागरिक को अच्छा बनना होगा। मुझे विश्वास है कि भारत के प्रधानमंत्री हमारी अगुवाई करेंगे और लोगों को इस कठिन दौर से उबरने में मदद करेंगे।” यह पुस्तक 10 भारतीय और 10 विदेशी भाषाओं में एक साथ प्रकाशित हुई है।
आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक समाजसेवी श्रीश्री रविशंकर ने कहा कि श्री मोदी बेहतरी के लिए बदलाव का कठोर निर्णय लेने वाले नेता हैं। पिछले कुछ वर्षों में श्री मोदी की भूमिका के कारण दुनिया की नजर में भारत की छवि विकसित हुई है। चाहे संयुक्त राष्ट्र हो या अंतरराष्ट्रीय जलवायु सम्मेलन, हर नजरिये से प्रधानमंत्री ने वैश्विक पटल पर भारत की छाप छोड़ी है।
योगगुरू स्वामी रामदेव ने कहा, “हमारे सामने बड़ा आदर्श होता है तो हम उससे कुछ सीखते हैं। एक व्यक्ति किस प्रकार बदलाव का वाहक बनता है, एक योद्धा, कर्मयोगी कैसा होता है, यह जीता जाता उदाहरण हैं- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी।”
सुरेश
जारी वार्ता