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भारत


नेहरू के तुष्टिकरण के खिलाफ मुखर्जी ने दिया था इस्तीफाः नड्डा

नयी दिल्ली 06 जुलाई (वार्ता) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अध्यक्ष जे.पी. नड्डा ने रविवार को देश के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू पर तुष्टिकरण की राजनीति करने का आरोप लगाया और कहा कि डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी समझ गये थे कि आजादी मिलने का साथ ही देश को कमजोर करने वाली साजिशें सक्रिय हो गयी हैं इसीलिए उन्होंने नेहरू मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया था।
श्री नड्डा ने आज आभासी माध्यम से दिल्ली और हरियाणा के नवनिर्मित क्रमशः तीन-तीन भाजपा जिला कार्यालयों का उद्घाटन किया। इस मौके पर उन्होंने कहा, “आज छह स्थानों पर हम कार्यालयों का श्री गणेश कर रहे हैं, लेकिन साथ ही हमें यह भी ध्यान रखना है कि आज डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी की जन्मजयंती है। इसलिए आज के दिन उनको याद करना हमारी नैतिक जिम्मेदारी भी है और इससे हमारा भावनात्मक रिश्ता भी है।” उन्होंने कहा कि बहुआयामी प्रतिभा के धनी डॉ मुखर्जी 33 वर्ष की आयु में कलकत्ता विश्वविद्यालय के प्रोफेसर बन गए थे और 36 वर्ष की आयु में विधानसभा में पहुंच गए थे।
उन्होंने कहा कि डॉ. मुखर्जी की खासियत थी कि वह कभी भी पद से चिपके नहीं, बल्कि जीवन का बलिदान करने विचारों से अपनाया। उन्होंने कहा, “डॉ.मुखर्जी हमेशा विचारधारा पर अड़े रहे और उसी के लिए अपना जीवन बलिदान कर दिया। यह देश उनका ऋणी है, क्योंकि आज का पश्चिम बंगाल और पूर्वोत्तर भारत का हिस्सा नहीं होता। यह विधानसभा में उनका हस्तक्षेप था, जिसके कारण हम पश्चिम बंगाल को भारत का हिस्सा बनाए रख पाए। वह नेहरू सरकार के पहले मंत्रिमंडल का हिस्सा थे। नेहरू की तुष्टिकरण की राजनीति के खिलाफ जाकर उन्होंने पार्टी से इस्तीफा दे दिया, क्योंकि वह समझ गए थे कि आजादी के तुरंत बाद ही भारत को कमजोर करने के प्रयास शुरू हो गए थे।”
भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि अनुच्छेद 370 के खिलाफ उनकी लड़ाई के लिए भी देश उनका ऋणी रहेगा और उनके लिए सच्ची श्रद्धांजलि यही है कि उनके बताए रास्तों पर चले। उनके बहस को सुनने का प्रयास करें, जो सबको प्रेरणा देने का काम करेगा।
उन्होंने कहा, “हम विचारनिष्ठ पार्टी हैं और अपने विचारों पर हमेशा अडिग रहे हैं। पंडित दीनदयाल उपाध्याय ने एकात्म मानववाद का सिद्धांत दिया और एकात्म मानववाद से हम अंत्योदय तक पहुंचे। फिर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी इसे ज्ञान यानी गरीब, युवा, अन्नदाता और नारी से जोड़ा।” उन्होंने कहा कि श्री मोदी के नेतृत्व में केन्द्र सरकार ने अपने 11 साल पूरे किए हैं। पूरी ताकत के साथ ये 11 साल बेमिसाल रहे हैं और यह स्वर्णिम अक्षरों में लिखा जाने वाला साल है। सेवा, साधना और समर्पण और सिद्धी के साथ इस बात को सिद्ध किया गया। संकल्प अडिग रहा है, नियत जनसेवा की होती है तो सेवा सुशासन के नए कीर्तिमान साबित होते हैं और ये 11 सालों में नए कीर्तिमान स्थापित हुए हैं।
श्री नड्डा ने कहा, “सेवा हमारा कोई स्लोगन नहीं है बल्कि कार्य करने की पद्धति का हिस्सा है। यह सबने देखा कि जब कोरोना जैसी महामारी आई तो बड़े बड़े राजनीतिक दल कोमा में गहन चिकित्सा कक्ष (आईसीयू में चले गए, कही भी उनके दर्शन नहीं थे और उस वक्त भाजपा एकलौती पार्टी थी जिसने सेवा ही संगठन के भाव से करोड़ों लोगों की सेवा की, इस बीच में हमने अपने कार्यकर्ताओं को भी खोया लेकिन सेवा में हमने कोई कमी नहीं होने दी।”
भाजपा अध्यक्ष ने कहा, “जब सुरक्षा की बात आती है तो ऊरी के बदले हमने सर्जिकल स्ट्राइक और पुलवामा के बदले एयरस्ट्राइक करके हमने हिसाब पूरा किया। इस बार पहलगाम की घटना घटी तो श्री मोदी ने कहा कि कल्पना से बाहर का हिसाब लिया जाएगा और एक साथ ऑपरेशन सिंदूर के तहत नौ एयरबेस को ध्वस्त कर दिया गया। ”
संतोष अशोक
वार्ता