भारतPosted at: Oct 3 2024 8:11PM मात्र 23 किग्रा की 65 वर्षीय महिला की सफलतापूर्वक हिप रिप्लेसमेंट सर्जरी

नयी दिल्ली, 03 अक्टूबर (वार्ता) दिल्ली के एक निजी अस्पताल में मात्र 23 किलोग्राम की 65 वर्ष की महिला की “लो-वेट बाइलेटरल हिप रिप्लेसमेंट सर्जरी” को सफलतापूर्वक अंजाम देकर उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल की है।
दिल्ली मेें निजी अस्पताल सी के बिरला अस्पताल के आर्थोपेडिक विभाग के निदेशक डॉ. अश्विनी मायचंद और उनकी टीम ने इतने कम वजन के मरीज की देश में पहली इतनी जटिल सर्जरी की है।
डॉ. मायचंद ने गुरुवार को यहां संवाददाताओं को बताया कि शुभांगी देवी आर्थराइटिस के कारण दोनों कूल्हों में तेज दर्द से पीड़ित थीं। वह व्हीलचेयर के सहारे थीं। उनकी हालत निरंतर खराब होती जा रही थी। शुभांगी देवी की हालत और काफी कम वजन के बावजूद डॉ मायचंद और उनकी टीम ने मिनीमली इन्वेसिव सर्जरी (एमआईएस) को चुना।
उन्होंने बताया कि एमआईएस में छोटे आकर के चीरे लगाये जाते हैं और ऐसी एडवांस तकनीकों का इस्तेमाल किया जाता है जिससे कम से कम नुकसान पहुंचता है। इससे मरीज को ऑपरेशन के बाद कम तकलीफ होती है और मरीज की हालत में सुधार जल्दी होता है। इस मामले में शुभांगी देवी की पहली सर्जरी दायें कूल्हे और दूसरी बायें कूल्हे पर की गयी। बेहद सावधानीपूर्वक की गयी ये सर्जरी करीब एक घंटे में पूरा किया गया।
डॉ. मायचंद ने कहा कि मरीज की उम्र अधिक होने के मद्देनजर एनेस्थीसिया के इस्तेमाल आदि की चुनौतियों से मेडिकल टीम ने कुशलतापूर्वक निपटा। सर्जरी के बाद मरीज की हालत में निरंतर सुधार हो रहा है। वह ऑपरेशन के अगले दिन से ही वॉकर की मदद से चलने लगी थीं।
उन्होंने कहा कि यह उपलब्धि उनकी अस्पताल की “एडवांस केयर” का सबूत है। उन्होंने कहा, “ हम शुभांगी देवी की पूर्ण रिकवरी और आगे चलकर दर्दरहित और आत्मनिर्भर जीवन को लेकर पूरी तरह से आश्वस्त है।”
श्रवण सत्या, उप्रेती
वार्ता