नयी दिल्ली 13 मार्च (वार्ता) राष्ट्रीय राजधानी में यकृत एवं पित्त विज्ञान संस्थान (आईएलबीएस) ने विश्व किडनी दिवस 2025 के उपलक्ष में गुरुवार को यकृत (किडनी) के स्वास्थ्य और उसकी देखभाल सेवाओं के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए एक विशेष कार्यक्रम आयोजित किया, जिसमें दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. पंकज कुमार सिंह ने संस्थान के कार्यों की सराहना की।
डॉ. सिंह ने मुख्य अतिथि के रूप में कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि आईएलबीएस ने रोगी देखभाल के उच्च मानक स्थापित किये हैं और लीवर और किडनी प्रत्यारोपण के क्षेत्र में सराहनीय कार्य किया है। उन्होंने कहा कि आयुष्मान भारत योजना की शुरुआत से उन्नत लीवर और किडनी रोगों के रोगियों को बहुत लाभ होगा। उन्होंने आईएलबीएस को किडनी रोगों की रोकथाम और उपचार पर केंद्रित पहलों के लिए सरकार के पूर्ण समर्थन का आश्वासन दिया, साथ ही रोगी सेवाओं को बढ़ाने के भविष्य के प्रयासों का भी आश्वासन दिया।
आईएलबीएस के चांसलर और निदेशक प्रोफेसर एसके सरीन ने आईएलबीएस में किडनी रोगों के निदान और उपचार के लिए उपलब्ध व्यापक सुविधाओं की विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि संस्थान में अत्याधुनिक डायलिसिस यूनिट, सीआरआरटी, पेरिटोनियल डायलिसिस जैसी सुविधायें हैं तथा यहां किडनी प्रत्यारोपण की अद्यतन सेवाएं दी जाती हैं।
संस्थान के नेफ्रोलॉजी और यकृत प्रत्यारोपण विभाग के वरिष्ठ सलाहकार और प्रमुख डॉ. आरपी माथुर ने विश्व किडनी दिवस के महत्व के बारे में चर्चा की और भारत में यकृत रोगों की रोकथाम के प्रयासों में जन जागरुकता के महत्व पर जोर दिया।
इस अवसर पर दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री श्री सिंह ने “आईएलबीएस में किडनी केयर में उत्कृष्टता की यात्रा” को प्रदर्शित करने वाले पोस्टर का अनावरण किया और सर्वश्रेष्ठ तकनीशियनों को सम्मानित करने के लिए पुरस्कार प्रदान किए।
आईएलबीएस में आयोजित यह कार्यक्रम जनता, देखभाल करने वालों, नीति निर्माताओं और सरकार को यकृत के स्वास्थ्य के महत्व और उसकी रोकथाम के बारे में लोगों को जागरुक करने के वैश्विक अभियान का हिस्सा है। उद्घाटन समारोह में जनता, अस्पताल के कर्मचारियों, रोगियों और उनके देखभाल करने वालों, मीडिया प्रतिनिधियों और सम्मानित अतिथि शामिल हुए।
उप्रेती, मनोहर
वार्ता