मुंबई 13 मई (वार्ता) बॉम्बे उच्च न्यायालय ने मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन (एमसीए) को शिवाजी पार्क लायंस टीम के बिना टी20 मुंबई लीग आयोजित करने की अनुमति दे दी है, जिसका अनुबंध कथित भुगतान चूक के कारण 2020 में समाप्त कर दिया गया था।
एक वकील ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
मुंबई, नवी मुंबई और ठाणे में स्थानीय क्रिकेट प्रतिभाओं को बढ़ावा देने के लिए फरवरी 2018 में टी20 मुंबई लीग शुरू की गई थी। जुपिकोस एंटरटेनमेंट प्राइवेट लिमिटेड, जिसके पास शिवाजी पार्क लायंस का स्वामित्व था, ने 2019 तक दो संस्करणों में भाग लिया। नौ मार्च, 2018 को हुए एक समझौते ने जुपिकोस को पहले पांच संस्करणों के लिए टीम को संचालित करने का अधिकार दिया। हालांकि, भुगतान चूक का हवाला देते हुए, प्रोबेबिलिटी स्पोर्ट्स (इंडिया) प्राइवेट लिमिटेड ने 2020 में समझौते को समाप्त कर दिया।
जुपिकोस ने एमसीए, प्रोबेबिलिटी स्पोर्ट्स और अन्य के खिलाफ मध्यस्थता याचिका में इस फैसले को चुनौती दी। इसने अप्रैल 2025 में एकल न्यायाधीश द्वारा दिए गए उस आदेश के खिलाफ अपील की, जिसमें अंतरिम राहत देने से इनकार कर दिया गया था।
मुख्य न्यायाधीश आलोक अराधे और न्यायमूर्ति एम एस कार्णिक की पीठ ने अपने हालिया आदेश में इस अपील को खारिज कर दिया।
अशोक
वार्ता