रायपुर 24 मार्च (वार्ता) छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने सोमवार को मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय को चुनौती दी है कि वह विशेष तौर पर राज्य में धर्मातरण को लेकर श्वेत पत्र जारी करें।
कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राज में धर्मांतरण की घटनायें बढ़ गयी हैं। उन्होंने कहा कि बिलासपुर, रायपुर, जशपुर, बस्तर में धर्मांतरण की घटनाओं पर सरकार को जवाब देना चाहिए।
श्री बैज ने आज यहां यह भी आरोप लगाया कि धर्मांतरण भाजपा के लिये राजनैतिक हथियार है जिसका वह निदान नहीं चाहती। भाजपाई ही संरक्षण देते हैं और दिखावे के लिए शिकायत भी करते हैं। छत्तीसगढ़ में साय सरकार ने अपनी पहली बैठक में ही वह दावा किया था कि नया ‘धर्म स्वातंत्र विधेयक’ का ड्राफ्ट तैयार है, 60 दिन के भीतर लागू हो जायेगा, लेकिन सवा साल से अधिक बीतने के बाद भी इस मुद्दे पर आज तक मौन है।
श्री बैज ने कहा कि अब भी भाजपा के मंत्री केवल कह ही रहे हैं कि नया कानून लायेंगे, हकीकत यह है कि राज्य में जब से भाजपा की सरकार बनी है प्रदेश के शहरी एवं मैदानी क्षेत्रों में भी धर्मांतरण की घटनायें बढ़ गयी है। भाजपा खुद धर्मांतरण को बढ़ावा देती है फिर ‘वर्ग संघर्ष’ करवाती है। विपक्ष में रहते हुये धर्मांतरण के नाम पर फसाद करने वाले भाजपाई पिछले एक साल से प्रदेश में होने वाली धर्मांतरण की घटनाओं पर चुप्पी साध लिये है। यही नहीं खबरें तो यह भी आ रही है कि धर्मांतरण कराने वालों को सत्तारूढ़ दल का संरक्षण मिला हुआ है। रायपुर, बिलासपुर, जशपुर, बस्तर में धर्मांतरण की घटनाओं के बाद भाजपा की खामोशी इस बात का प्रमाण है कि इन घटनाओं को उसका समर्थन है।
श्री बैज ने कहा कि जबरन धर्मांतरण को उच्चतम न्यायालय ने देश के लिये बड़ी समस्या बताया था, तथा कानून बनाने के लिये केन्द्र से कहा था कि उच्चतम न्यायालय के इस निर्णय के बाद केन्द्र में बैठी मोदी सरकार का यह कर्तव्य बन जाता है कि जबरन धर्मांतरण के खिलाफ वह पूरे देश में एक कानून बनाये। शीर्ष न्यायालय के निर्देश को एक साल से अधिक हो गया, लेकिन मोदी सरकार इस पर मौन है। भारतीय जनता पार्टी धर्मांतरण को लेकर देशभर में अफवाह फैलाने और राजनीति करने का काम करती है। जब इस मामले में ठोस पहल करने या कानून बनाने की बात आती है तब भाजपा की नीयत में खोट साफ नजर आता है।
श्री बैज ने कहा कि भाजपा धर्मांतरण और सांप्रदायिकता पर सिर्फ राजनीति करना चाहती है। वह नहीं चाहती इस समस्या का कोई ठोस निदान हो। उन्होंने कहा कि भाजपा की रमन सरकार में कितने चर्च बने थे और कांग्रेस के भूपेश बघेल सरकार के दौरान कितने चर्च बने थे, इस मूल्यांकन से स्थितियां स्पष्ट हो जायेंगी। भाजपा की जब-जब प्रदेश में सरकार रहती है वे स्वयं धर्मातरण को बढ़ावा देती है ताकि इस मुद्दे पर बयानबाजी करके मता का ध्रुवीकरण कर सके। भाजपा को हिन्दुत्व से, सनातन से कोई मतलब नहीं है। वह अपनी राजनीति करने के उद्देश्य से इस प्रकार की चीजों को प्रचारित प्रसारित करती है। छत्तीसगढ़ में भी धर्मांतरण की जो बातें हैं उसके पीछे भाजपा है।
सं.संजय
वार्ता