बेंगलुरु, 14 अप्रैल (वार्ता) कांग्रेस के राज्यसभा सांसद सैयद नसीर हुसैन ने कर्नाटक में मुस्लिम ठेकेदारों को आरक्षण लाभ दिये जाने के राज्य सरकार के फैसले की आलोचना करने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को आड़े हाथों लिया है।
श्री हुसैन ने सोमवार को यहां संवाददाताओं को संबोधित करते हुए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर राजनीतिक लाभ के लिए झूठी सूचना फैलाने और संवैधानिक प्रावधानों का गलत अर्थ निकालने का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि कर्नाटक में पिछड़े समुदायों को आरक्षण देना कोई नयी अवधारणा नहीं है और यह सन 1994 से अस्तित्व में है तथा तबसे अब तक भाजपा की भी सरकारें रही हैं।
उन्होंने आरोप लगाया , “भाजपा झूठ और गलत सूचनाएं फैलाकर समाज में अशांति फैलाने में माहिर है। जब वो सत्ता में थी तो उसने इन प्रावधानों का कभी विरोध नहीं किया। अपने पिछले शासनकाल के अंतिम दिनाें में उसने इन्हें हटाने का प्रयास जरूर किया था।
कांग्रेस सांसद ने स्पष्ट किया कि यह मामला अभी न्यायालय में विचाराधीन है और उच्चतम न्यायालय ने आरक्षण पर रोक नहीं लगाई है बल्कि भाजपा सरकार के इसे हटाने के प्रयास पर लगाम कसी है। यह एक प्रगतिशील कदम है जिसका उदेदश्य समग्र विकास है।
उन्होंने कहा , “आजकल मुश्किल से ही कुछ नौकरियां बची हैं। केन्द्र सरकार रिक्त पदों को नहीं भर रही है। अगर हमें समग्र राष्ट्रीय विकास चाहिए तो आरक्षण को शिक्षा और रोजगार से आगे सार्वजनिक ठेकों जैसे क्षेत्रों तक बढ़ाना होगा।
इससे पहले, श्री मोदी ने हरियाणा के हिसार में एक जनसभा को संबोधित करते हुए आरोप लगाया था कि कांग्रेस आरक्षण का इस्तेमाल तुष्टीकरण के लिए कर रही है, जिसने मुसलमानों की पीढ़ियां दर पीढ़ियां खराब कर दी हैं। उन्होंने आरोप लगाया था कि आरक्षण से केवल कुछ अलगाववादी तत्वों को ही फायदा मिला है जबकि अन्य पूरा समुदाय शिक्षा और आर्थिक विकास से वंचित ही रह गया है।
नवनी, यामिनी
वार्ता