चेन्नई, 13 फरवरी (वार्ता) तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन ने गुरुवार को केंद्र में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा )नीत सरकार के तहत भारत के संघवाद पर गंभीर खतरे की चेतावनी दी।
श्री स्टालिन ने राज्यपाल आर एन रवि के खिलाफ हमला और तेज करते हुए कहा कि राज्यपाल के पास अपने पद पर बने रहने का नैतिक अधिकार नहीं है।
श्री स्टालिन ने एक अखबार के संपादकीय का जिक्र करते हुए कहा कि राज्यपाल की असंवैधानिक अत्याचार और केंद्र सरकार की ओर से उनके घृणित समर्थन को आज सही ढंग से उजागर किया गया है। उन्होंने कहा, "यह कड़ा संपादकीय राज्यपाल के विधानसभा को मनमाने तरीके से कमजोर करने को संक्षेपित करता है और यह दोहराता है कि उन्हें पद पर बने रहने का नैतिक अधिकार नहीं है।"
श्री स्टालिन ने कहा, “यह हैरान करने वाली बात है कि न तो राज्यपाल, जो राज्य के प्रमुख हैं, ने भारत भर के प्रमुख समाचार पत्रों और संवैधानिक विशेषज्ञों द्वारा की गई बार-बार की आलोचना से कुछ सीखा है, और न ही उनके दिल्ली स्थित भाजपा नेता, जो उनकी कार्रवाइयों का समर्थन और संरक्षण कर रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार विपक्ष शासित राज्यों में राज्यपालों की अमानवीय और असंवैधानिक कार्रवाइयों को दंडित करने के बजाय, ऐसे अत्याचारों को पुरस्कृत करती है ताकि राजनीतिक रंजिशें सुलझाई जा सकें।
गौरतलब है कि राजभवन और सत्तारूढ़ द्रमुक के बीच कई मुद्दों पर संघर्ष चल रहा है, जिसमें राज्यपाल ने पिछले महीने राष्ट्रीय गीत का पाठ न होने का कारण बताते हुए विधानसभा में उपस्थित होने के बावजूद पारंपरिक नववर्ष संबोधन देने से इनकार कर दिया था।
श्रद्धा,आशा
वार्ता