पटना 07 मार्च (वार्ता) बिहार की बेटियों ने खेलों में शानदार प्रदर्शन कर यह साबित कर दिया है कि यदि उन्हें सही अवसर और सुविधाएं मिलें तो वे हर क्षेत्र में सफलता के नए आयाम गढ़ सकती हैं।
बिहार सरकार के प्रयासों और खेल विभाग की बेहतर व्यवस्थाओं की बदौलत महिला खिलाड़ी विभिन्न खेलों में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर रही हैं। हाल ही में उत्तराखंड में आयोजित 38वें राष्ट्रीय खेलों में बिहार की महिला खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन किया। बिहार ने कुल 12 पदक (एक स्वर्ण, छह रजत और पांच कांस्य) अपने नाम किए। लॉन बॉल्स में महिला टीम ने स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रच दिया।
बिहार की अंशिका कुमारी ने तीरंदाजी में रजत पदक जीता। खास बात यह रही कि उन्होंने भारतीय तीरंदाजी की दिग्गज दीपिका कुमारी के खिलाफ कड़ा मुकाबला खेलते हुए यह उपलब्धि हासिल की। उनकी इस सफलता के बाद अंशिका को आगामी तीरंदाजी विश्व कप 2025 के लिए भारतीय सीनियर टीम में शामिल किया गया है।
बिहार की महिला रग्बी टीम ने भी शानदार प्रदर्शन करते हुए ओडिशा के खिलाफ फाइनल में संघर्षपूर्ण मुकाबले में रजत पदक जीता। वहीं, योगासन स्पर्धा में भी बिहार की बेटियों ने रजत पदक पर कब्जा जमाया।
ओडिशा में आयोजित अश्मिता खेलो इंडिया महिला राष्ट्रीय भारोत्तोलन चैंपियनशिप में बिहार की खुशबू कुमारी ने बेहतरीन प्रदर्शन किया। उन्होंने दो स्वर्ण पदक अपने नाम किए। इसी प्रतियोगिता में शालिनी ने भी शानदार प्रदर्शन करते हुए जूनियर वर्ग में रजत पदक जीता। इसी तरह 68वीं नेशनल स्कूल गेम्स साइकिलिंग (रोड) चैंपियनशिप में भी बिहार की बेटियों ने दमदार उपस्थिति दर्ज कराई। यहां सुहानी ने रजत पदक जबकि अमृता, शालिनी और सुप्रिया ने कांस्य पदक जीते।
बिहार की बेटियों के इस ऐतिहासिक प्रदर्शन पर भारतीय ओलंपिक संघ की अध्यक्ष और दिग्गज एथलीट पी. टी. उषा ने प्रशंसा करते हुए कहा, “बिहार की महिला खिलाड़ी अब राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज करा रही हैं।”
बिहार में महिला खिलाड़ियों की इस सफलता के पीछे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के विजन और खेल विभाग की शानदार योजनाओं का बड़ा योगदान है। सरकार खेल प्रतिभाओं को उभरने का भरपूर मौका दे रही है। बिहार स्पोर्ट्स अथॉरिटी (बीएसएसए) विश्वस्तरीय प्रशिक्षण और सुविधाएं उपलब्ध कराकर खिलाड़ियों को आगे बढ़ने के लिए प्रेरित कर रही है।
बीएसएसए के महानिदेशक सह मुख्य कार्यकारी अधिकारी रवींद्रन शंकरन ने कहा, “महिला दिवस के अवसर पर हम अपनी महिला खिलाड़ियों के दृढ़ संकल्प को सलाम करते हैं। ‘सिंपली पीरियड्स’ जैसी पहल के जरिए हम खेल के मैदान में लड़कियों के लिए अनुकूल माहौल बना रहे हैं ताकि मासिक धर्म जैसी बातें उनकी सफलता में बाधा न बनें। बिहार स्पोर्ट्स अथॉरिटी आपके साथ है, आप ऐसे ही आगे बढ़ते रहें।”
सूरज
वार्ता