कोलकाता, 12 सितंबर (वार्ता) पश्चिम बंगाल में प्रवर्तन निदेशालय ने आरजी कर अस्पताल के गिरफ्तार पूर्व प्राचार्य संदीप घोष के कार्यकाल के दौरान में कथित वित्तीय अनियमितताओं के संबंध में गुरुवार को कोलकाता और उसके आसपास के जिलों में कई परिसरों की तलाशी ली। यह जानकारी आधिकारिक सूत्रों ने दी।
सूत्रों ने कहा कि ईडी अधिकारियों ने घोष से जुड़े और कथित रूप से भ्रष्ट सौदों में शामिल लोगों के घरों और कार्यालयों पर तलाशी अभियान शुरू किया।
सूत्रों ने यह भी कहा कि जांचकर्ताओं ने चंदन लौहया नामक व्यक्ति के घर की तलाशी ली, जिसे पूर्व प्राचार्य ने अस्पताल परिसर में बिना लाइसेंस के कैफेटेरिया खोलने की अनुमति देकर उसकी मदद की थी।
ईडी के जांचकर्ताओं ने ताला इलाके में लौहिया के आवास पर छह घंटे से अधिक समय तक तलाशी ली, जो अस्पताल के नजदीक है, जहां 9 अगस्त को 31 वर्षीय महिला पोस्ट ग्रेजुएट रेजिडेंस डॉक्टर के साथ कथित रूप से बलात्कार और हत्या की घटना हुई थी, जिससे देशव्यापी आक्रोश फैल गया और पश्चिम बंगाल के डॉक्टरों ने हड़ताल कर दी।
सूत्रों ने कहा कि ईडी ने तलाशी के दौरान लौहिया, उनकी पत्नी और बेटे से पूछताछ की, जो कुछ दस्तावेजों को जब्त करने के साथ तलाशी समाप्त हुई।
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ईडी के जांचकर्ता घोष के रिश्तेदार के घर तलाशी के लिए उत्तर 24 परगना के चिमार पार्क में भी गए, लेकिन मुख्य द्वार बंद था। बाद में उन्होंने घर में जाने के लिए दरवाजा खोलने के लिए एक ताला खोलने वाले को बुलाया।
केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) डॉक्टर की हत्या और 2021 में जबसे अस्पताल में श्री घोष का कार्यकाल शुरू हुआ तब से लेकर अस्पताल में कथित वित्तीय अनियमितताओं के दोहरे मामलों की जांच कर रही है।
ईडी 2021 से 2024 के बीच अस्पताल में कथित वित्तीय अनियमितताओं में पैसों के लेन-देन की जांच कर रहा है।
अभय, सोनिया
वार्ता