बिजनेसPosted at: Mar 14 2025 12:19AM गोयल ने अमेरिका की ओर से शुल्क की चिंता छोड़ कर अपनी ताकत पर ध्यान देने को कहा

नयी दिल्ली, 13 मार्च (वार्ता) केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने निर्यातकों को अमेरिकी में प्रशुल्क ऊंचा किए जाने की चिंताओं बजाय अपनी ताकत पर विचार करने और सरकार को ठोस सुझाव देने के लिए कहा है ताकि अमेरिकी के साथ व्यापार समझौते के बारे में अच्छी तरह बातचीत की जा सके।
उन्होंने उन्हें संरक्षणवादी मानसिकता से बाहर आने तथा उन्हें साहसपूर्ण , शक्ति और आत्मविश्वास के साथ विश्व से निपटने के लिए तैयार रहने के लिए प्रोत्साहित किया है। श्री गोयल गुरुवार को विभिन्न निर्यात संवर्धन परिषदों की बैठक को संबोधित कर रहे थे।
वाणिज्य मंत्री ने कहा कि अमेरिका के साथ बेहतर तरीके से बातचीत करने के लिए निर्यातकों को अपनी ताकत का ध्यान रखते हुए अपनी मांगों और हितों को साझा करना चाहिए। उल्लेखनीय है कि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की ओर से भारत और कई अन्य देशों के विरुद्ध ऊंचे प्रशुल्क लगाने की कारवाई की धमकियों से दुनिया भर के बाजारों में एक अलग तरह की अनिश्चिता पैदा हो गयी है।
श्री गोयल ने ईपीसी को अपनी संरक्षणवादी मानसिकता से बाहर आने के लिए आगाह किया तथा उन्हें साहसपूर्ण बनने तथा शक्ति और आत्मविश्वास की स्थिति से विश्व से निपटने के लिए तैयार रहने के लिए प्रोत्साहित किया।
वाणिज्य मंत्री ने ने बैठक में शामिल विभिन्न ईपीसी के प्रतिनिधियों और उद्योग जगत की वर्तमान वैश्विक चुनौतियों के बीच निर्यात के मामले में अच्छा प्रदर्शन करने के लिए उनकी सराहना की और कहा कि चालू वित्त वर्ष में वस्तु और सेवा निर्यात मिल कर 800 अरब डारल से ऊपर हो जाएगा। उन्होंने उन्हें अगले साल के लिए 900 अरब डालर के सकल निर्यात का लक्ष्य दिया है।
श्री गोयल ने उन्हें याद दिलाया है कि बजट में निर्यात संवर्धन मिशन के लिए प्रावधान किया गया है, जिसमें विशेष रूप से नए उत्पादों, नए बाजारों और नए निर्यातकों पर ध्यान केंद्रित किया गया है। उन्होंने उद्योग से आग्रह किया है कि वे वांछित लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए योजनाओं को प्रभावी ढंग से आकार देने के लिए सुझाव लेकर आगे आएं।
बदलते वैश्विक परिदृश्य पर विचार करते हुए मंत्री ने सभी ईपीसी को आश्वस्त किया कि सरकार लगातार काम कर रही है और भारतीय निर्यातकों के लिए बेहतर भविष्य सुनिश्चित करने तथा देश के हितों की रक्षा करने में कोई कसर नहीं छोड़ेगी।
द्विपक्षीय समझौतों पर चल रहे प्रयासों के बारे में उन्होंने कहा कि सरकार कई क्षेत्रों में एक साथ काम कर रही है और उनमें से प्रत्येक क्षेत्र का उद्देश्य भारतीय निर्यातकों के सर्वोत्तम हितों को सुनिश्चित करना है। साथ ही उन्होंने संकेत दिया कि कुछ देशों के साथ मुक्त व्यापार समझौतों ( एफटीए ) के लिए चल रही बात चीत अंतिम चरण में पहुंच गई है। उन्होंने आशा जताई कि इससे भारतीय निर्यातकों के लिए बेहतर अवसर पैदा होंगे और अधिक निवेश भी आएगा। मनोहर सैनी
वार्ता