नयी दिल्ली 26 मार्च (वार्ता) रक्षा मंत्रालय ने रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता हासिल करने के लिए 50 सूक्ष्म , लघु और मध्यम क्षेत्र की इकाईयों तथा स्ट्राट अप के साथ गहन विचार विमर्श किया है।
रक्षा मंत्रालय के अनुसार रक्षा सचिव (रक्षा उत्पादन ) संजीव कुमार की अध्यक्षता में हुई बैठक में मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों तथा इन इकाईयों के वरिष्ठ अधिकारियों ने प्रमुख चुनौतियों को समझने, अवसरों की पहचान करने और नवाचार में तेजी लाने पर विचार-विमर्श किया। दो दिन का यह विचार विमर्श सोमवार और मंगलवार को हुआ।
इस बैठक में हिस्सा लेने वाले अधिकांश स्टार्ट-अप और एमएसएमई रक्षा उत्कृष्टता के लिए नवाचार (आईडीईएक्स) से जुड़े हुए थे। इस दौरान व्यावहारिक विचार-विमर्श की मदद से अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी, क्वांटम प्रौद्योगिकी, इलेक्ट्रॉनिक युद्ध, ड्रोन, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस , मशीन लर्निंग, रडार प्रौद्योगिकी, साइबर सुरक्षा और उन्नत सामग्री के नागरिक और रक्षा दोनों क्षेत्रों में संभावित इस्तेमाल के बारे में जानकारी दी गयी।
श्री कुमार ने प्रतिभागियों को उनकी बहुमूल्य अंतर्दृष्टि के लिए धन्यवाद देते हुए कहा कि यह बैठक मंत्रालय को उद्योग, विशेष रूप से नई प्रौद्योगिकी स्टार्ट-अप के परिप्रेक्ष्य को समझने में मदद करेगी। उन्होंने कहा कि इससे नीतियों और प्रक्रियाओं को बेहतर बनाने में मदद मिलेगी।
संजीव
वार्ता