इंफाल, 10 जून (वार्ता) मणिपुर में बार-बार इंटरनेट बंद होने से सरकारी, निजी और व्यापारिक संस्थानों का कामकाज गंभीर रूप से प्रभावित हुआ है।
राजधानी इंफाल सहित पांच जिलों में सात जून को एक स्थानीय संगठन के नेता की गिरफ्तारी के बाद इंटरनेट बंद कर दिया गया। इसके बाद, अनिश्चितकालीन कर्फ्यू और अरम्बाई टेंगोल की ओर से 10 दिन तक इंटरनेट बंद करने की घोषणा की गयी। इससे सभी ऑनलाइन सेवायें ठप हो गयी हैं।
वहीं, बाढ़ प्रभावित इलाकों में बिजली बहाल करने की कोशिशें जारी हैं, लेकिन लोग ऑनलाइन रिचार्ज नहीं कर पा रहे।
मणिपुर में अधिकतर घरों और दफ्तरों में प्रीपेड बिजली कनेक्शन हैं, जो रिचार्ज खत्म होते ही कट जाते हैं। इम्फाल के केशमपट में मणिपुर राज्य विद्युत वितरण कंपनी लिमिटेड (एमएसपीडीसीएल) का एकमात्र रिचार्ज काउंटर है। इंटरनेट बंद होने से ऑनलाइन रिचार्ज संभव नहीं है।
इसके अलावा, बैंकों में जरूरत के मुताबिक नकदी नहीं मिल रही, सिर्फ 500 रुपये के नोट मिल रहे हैं। एटीएम भी ठीक से काम नहीं कर रहे, जिससे बाजार में नकदी की भारी कमी हो गयी है।
एमएसपीडीसीएल के प्रीपेड बिजली रिचार्ज काउंटर पर लंबी कतारें लगी हैं।
यहां के एक उपभोक्ता ने बताया कि काउंटर तक पहुंचने में दो घंटे लग रहे हैं। छात्रों और ऑनलाइन काम करने वालों पर इसका गंभीर असर पड़ा है।
उल्लेखनीय है कि 2023 में मणिपुर में 142 दिनों तक इंटरनेट बंद रहा, 2024 में रुक-रुक कर प्रतिबंध लगाया गया और सात जून 2025 को लगाया गया प्रतिबंध इस साल का पहला इंटरनेट प्रतिबंध है।
श्रद्धा.संजय
वार्ता