हैदराबाद, 16 जनवरी (वार्ता) भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) के कार्यकारी अध्यक्ष एवं पूर्व नगरपालिका प्रशासन मंत्री के टी रामा राव (केटीआर) गुरुवार को फॉर्मूला ई रेस मामले में पूछताछ के लिए प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के सामने पेश हुए।
केटीआर को मूल रूप से सात जनवरी को एजेंसी के सामने पेश होना था लेकिन देरी के अनुरोध के बाद, ईडी अधिकारियों ने 16 जनवरी को उनकी उपस्थिति के लिए एक नया नोटिस जारी किया जबकि भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) मामले की जांच कर रही है ।
ईडी ने भी पूर्व मुख्यमंत्री के पुत्र केटीआर, चन्द्रशेखर राव (केसीआर), और अन्यके खिलाफ धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) मामले के तहत एक प्रवर्तन मामले की सूचना रिपोर्ट (ईसीआईआर) दर्ज की है।
तेलंगाना एसीबी द्वारा फॉर्मूला ई फंडिंग मामले में केटीआर और अन्य के खिलाफ प्रथम सूचना रिपोर्ट (एफआईआर) दर्ज करने के बाद ईडी ने ईसीआईआर दर्ज की।
उल्लेखनीय है कि सात जनवरी को तेलंगाना उच्च न्यायालय ने फॉर्मूला ई-रेस के संचालन में धन के कथित दुरुपयोग को लेकर एसीबी द्वारा उनके खिलाफ दर्ज की गई एफआईआर को खारिज करने की केटीआर की याचिका को खारिज कर दिया।
उच्चतम न्यायलय ने बुधवार को केटीआर की उस याचिका पर विचार करने से इनकार कर दिया, जिसमें कथित फॉर्मूला ई-रेस मामले में उनके खिलाफ आपराधिक कार्यवाही को रद्द करने की मांग की गई थी।
बीआरएस नेता ने पहले दावा किया था कि पारदर्शी बैंक-टू-बैंक लेनदेन के माध्यम से फॉर्मूला ई ऑपरेशंस लिमिटेड (एफईओ) को 46 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया था।
वरिष्ठ आईएएस अधिकारी अरविंद कुमार और एचएमडीए के पूर्व मुख्य अभियंता बीएलएन रेड्डी हाल ही में इसी मामले को लेकर ईडी के सामने पेश हुए थे और इस मामले में ईडी ने अपने बयान दर्ज कराए थे।
पुलिस ने ईडी कार्यालय के पास व्यापक सुरक्षा व्यवस्था की है, जहां केटीआर से पूछताछ की जा रही है।
बड़ी संख्या में बीआरएस नेता और कार्यकर्ता जांच एजेंसी कार्यालय में एकत्र हुए लेकिन बाद में पुलिस उन्हें वहां से ले गई।
ईडी के सामने पेश होने से पहले श्री राव ने 'एक्स' पर एक पोस्ट में “उन्होंने आरोपों को बेबुनियाद बताते हुए सवाल उठाया, एक भी रुपये का दुरुपयोग नहीं किया गया और हर रुपये का हिसाब रखा गया है। कथित भ्रष्टाचार, हेराफेरी या मनी लॉन्ड्रिंग कहाँ है?”
उन्होंने दोहराया कि कोई गलत काम नहीं हुआ है लेकिन द्वेष और राजनीतिक प्रतिशोध से प्रेरित होकर कांग्रेस सरकार अच्छी तरह से प्रलेखित घटनाओं को अदालतों और जांच एजेंसियों के माध्यम से खींचने पर तुली हुई है।
समीक्षा, सोनिया
वार्ता