भोपाल, 16 अप्रैल (वार्ता) नेशनल हेराल्ड मामले में कांग्रेस के वरिष्ठतम नेताओं पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की ओर से की गई कार्रवाई के विरोध में कांग्रेस की मध्यप्रदेश इकाई ने आज राजधानी भोपाल समेत अन्य स्थानों पर प्रदर्शन किया।
राजधानी भोपाल में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी की अगुवाई में कांग्रेस नेता और कार्यकर्ता ईडी के कार्यालय पहुंचे और नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया। श्री पटवारी हाथ में एक पिंजरा लिए हुए थे, जिस पर केंद्र सरकार लिखा हुआ था। इस पिंजरे में एक प्रतीकात्मक तोता था, जिस पर कांग्रेस नेताओं ने ईडी लिखा हुआ था।
प्रदर्शन के दौरान पूर्व मंत्री पीसी शर्मा और प्रदेश महिला कांग्रेस अध्यक्ष विभा पटेल समेत पार्टी के अन्य कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
इस प्रदर्शन के पहले श्री पटवारी ने संवाददाताओं से चर्चा के दौरान केंद्र सरकार और ईडी पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि ईडी ने भी देश के उद्योगपतियों को धमकाकर भारतीय जनता पार्टी के लिए चंदे की वसूली की है। इसी धन से विधायकों की खरीद-फरोख्त हुई और भाजपा के बड़े-बड़े आलीशान दफ्तर बने। 'ना खाऊंगा, ना खाने दूंगा' का दावा करने वाले प्रधानमंत्री यदि मध्यप्रदेश सरकार की जांच करेंगे, तो 'असल संपत्ति' का सच सामने आ जाएगा।
उन्होंने आरोप लगाया कि ईडी ने देश भर में लगभग साढ़े पांच हजार केस लगाए, जिनमें से मात्र 40 मामलों में सजा हुई है। ईडी के ऐसे बहुत से केस मिले हैं, जिनमें 'नोटिस दो और चंदा लो' का मामला हुआ है। ईडी द्वारा जितने लोगों पर कार्रवाई हुई, उनमें से कितने लोगों ने भाजपा को चुनाव में इलेक्टोरल बॉन्ड द्वारा चंदा दिया, जांच तो इस बात की होनी थी।
श्री पटवारी ने कहा कि नेशनल हेराल्ड केस कांग्रेस की छवि खराब करने की नाकाम कोशिश है। भाजपा की सत्ता और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश में अघोषित आपातकाल लगाना चाहते हैं।
उन्होंने कहा कि जनता को आपस में लड़वाने वाली और सत्ता के अहंकार में डूबी भाजपा भूल रही है कि जनता की लाठी में आवाज नहीं होती।
कांग्रेस के प्रदर्शन की श्रृंखला में पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव ने खरगोन जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन में हिस्सा लिया। उन्होंने अनेक पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ अनुविभागीय अधिकारी खरगोन को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा।
राज्य के अन्य हिस्सों से भी कांग्रेस के इसी प्रकार प्रदर्शन की सूचनाएं हैं।
गरिमा
वार्ता